पूर्व मेदिनीपुर, 05 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में शिक्षक और रंगमंच से जुड़े लोग आरजी कर की घटना के विरोध में राज्य सरकार द्वारा दिये गये सम्मान लौटाने की घोषणा करने लगे हैं। इस सूची में अब दक्षिण कांथी से भाजपा विधायक अरुप कुमार दास का नाम शामिल हो गया है। उन्होंने शिक्षारत्न पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है।
अरुप को यह पुरस्कार 2011 में पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक के रूप में मिला था। वह 2017 में सेवा सेवानिवृत्त हुए। वर्ष 2021 में भाजपा ने उन्हें विधानसभा का टिकट दिया और वे विधायक बने। अब उन्होंने घोषणा की है कि वह गुरुवार को कांथी में शिक्षक दिवस समारोह में अपना पुरस्कार लौटा देंगे। अरुप ने कहा वे आरजी कर घटना के विरोध में सरकार द्वारा दिया गया यह सम्मान लौटा देंगे।
उल्लेखनीय है कि अलीपुरद्वार के सेवानिवृत्त शिक्षक परिमल दे ने हाल ही में आरजी कर मामले में राज्य सरकार की भूमिका के विरोध में ‘बंगरत्न’ लौटाने की घोषणा की थी। नाटककार चंदन सेन ने रंगमंच के क्षेत्र का सर्वोच्च सम्मान ‘दीनबंधु मित्र पुरस्कार’ लौटाने की घोषणा की है। निर्देशक बिप्लब बनर्जी ने नाट्य अकादमी द्वारा दिए जाने वाले सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार को यह कहते हुए अस्वीकार करने की घोषणा की है कि वह ‘अंध वफादारी’ स्वीकार नहीं करते हैं। दरअसल वाम जमाने के अंतिम चरण में नंदीग्राम ने ‘हिंसा’, ‘पुलिसिया आतंक’ के विभिन्न आरोपों पर सरकारी समितियों को छोड़ने और पुरस्कार लौटाने की घटनाएं घटी थीं। आरजी कर कांड के बाद राज्य में एक बार फिर वही प्रवृत्ति देखने को मिल रही है।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय