नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी है और इसके लिए पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाए जाने को जिम्मेदार माना जा रहा है ।ऐसे में आज भाजपा नेता पंजाब के मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास कपूरथला हाउस पहुंचे और प्रदूषण की रोकथाम के लिए उनके नाम लिखा पत्र सौंपा। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, सांसद रामवीर सिंह बिधुड़ी, सांसद बांसुरी स्वराज और मनोज तिवारी के साथ भाजपा के अन्य नेता मौजूद रहे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि वायु प्रदूषण जैसी प्रमुख समस्या से दिल्ली को बचाने के प्रयास में, आज कपूरथला हाउस, मान सिंह रोड पर, हमारे एक प्रतिनिधिमंडल ने आआपा के पंजाब मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान तक जनहित की माँग पहुँचाने का प्रयास किया । भाजपा का उद्देश्य केवल मुख्यमंत्री से मिलकर सामूहिक विमर्श कर स्थायी समाधान हेतु संवाद करना था, लेकिन आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के चरित्र के अनुरूप ही, पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान ने भी अपनी विश्वासघाती कार्यशैली दिखाई और जनहित की अनदेखी कर प्रतिनिधिमंडल से मिलने तक का समय नहीं निकाला।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की मूलभूत असुविधाओं में वायु प्रदूषण का स्थान प्रमुख है, जिसका कारण पराली का जलना और उससे होने वाला धुआं ही है, इसमें कोई दो राय नहीं है कि आम आदमी पार्टी ( आआपा) के नेतृत्व वाली भ्रष्टाचारी पंजाब सरकार पराली जलाने को रोकने में पूर्णतः विफल रही है।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हम आप को किसी राजनीतिक मकसद की वजह से पत्र नहीं लिख रहे है । बल्कि हमारी चिंता दिल्ली के निवासियों को लेकर के है क्योंकि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है । उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का एक्यूआई चार सौ से अधिक है जो कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है ।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आज दिल्ली के कपूरथला हाउस पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब में बढ़ रही पराली जलाने की घटनाओं के विषय को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे तो उन्होंने भाजपा प्रतिनिधिमंडल से मिलने एवं ज्ञापन लेने से मना कर दिया। यह न केवल उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि दिल्ली की जनता का अपमान भी है।
उन्होंने बताया कि पंजाब में पराली जलाने के कारण दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुँच गया है, जिससे यहां की जनता को भारी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी