लखनऊ, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक ने लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य महानगरों में अवैध होर्डिंग के बाजार पर चोट किया है। उन्होंने सोमवार को विधान परिषद में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि लखनऊ शहर खतरनाक अवैध होर्डिंगों से भरा पड़ा है। घरों की छत से लेकर चौराहे पर लगे अवैध होर्डिंग किसी बड़े हादसे को दावत देते दिखाई पड़ रहे हैं। कमोवेश यही स्थिति प्रदेश के दूसरे महानगरों की भी है।
लोक महत्व के इस सवाल को उठाते हुए विजय बहादुर पाठक ने कहा कि महानगरों में लगी ऐसी होर्डिंग विज्ञापनों से भरी पड़ी है। होर्डिंग को लगाते समय किसी भी प्रकार के सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। लखनऊ महानगर में ही अकेले घरों की छतों पर ही 1000 से अधिक होर्डिंग लगे हुए हैं। विज्ञापन एजेंसियों को होर्डिंग के कारोबार से जहां करोड़ों की कमाई होती है, वहीं नगर निगम को कुछ भी नहीं मिलता।
अवैध होर्डिंग प्रदेश के शहरों और महानगरों में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बनते जा रह हैं। होर्डिंग लगने के बाद सड़कें सिकुड़ सी जाती हैं। इससे आवागमन साफ नजर नहीं आता। ट्रैफिक संचालन में भी बाधा उत्पन्न होती है। कहीं-कहीं यह होर्डिंग जानलेवा साबित होते हैं। शहरों और महानगरों में होर्डिंग लगाने के लिए सरकार नगर निगम या नगर निकाय की जवाबदेही निर्धारित करती है। तेज हवाओं के साथ मानसून में इन होर्डिंग के गिरने का खतरा भी बना रहता है। हादसों के बाद शासन प्रशासन हरकत में आता है और कुछ समय बाद शुरू की गई कार्रवाई बंद हो जाती है। एक साल पहले पुणे में ऐसा ही जानलेवा हादसा हो चुका है। लखनऊ के लाल कुआं में भी अवैध होर्डिंग मकान की छत पर गिरने से काफी नुकसान हुआ था। शासन प्रशासन हरकत में आया किंतु नतीजे पर पहुंचा नहीं जा सका। शहरों में व महानगरों में रहने वालों का इन अवैध होर्डिंगों से जीना दूभर हो गया है। अतः लोक महत्व के इस सुनिश्चित प्रश्न पर चर्चा की जाए।
—————
(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला