जींद, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने जनविरोधी पोर्टल तथा सर्वर को गैर भाजपा राज्य सरकारों में लागू कर जनता को परेशान किया हुआ है, महंगाई चरम स्तर पर है। किसानों को एमएसपी नहीं मिल रहा है, सिंचाई के लिए नहरी पानी नही है। भाजपा सरकार ने एससी तथा बी के अधिकारों को छीना है। सरकार पक्की नौकरियां नहीं दे रही है। 10 साल के शासनकाल में भाजपा ने महज 10 हजार नौकरियां दी हैं। भर्ती घोटाले तथा पेपर लीक में उलझ कर भाजपा रह गई है। भाजपा सरकार 10 रुपये की घोषणा करती है और काम चवन्नी में चलाती है। अगर भाजपा सरकार ने हिसाब-किताब नहीं दिया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में लोग भाजपा का हिसाब-किताब चुकता कर देंगे।
रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा शनिवार को हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम के तहत पैदल मार्च से पूर्व पत्रकारों से बातचीत कर कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा सरकार ने जो घोषणा की थी वह उन पर बिल्कुल भी खरी नही उतरी है। इसलिए सरकार जनता से माफी मांगे। बीपीएल, एसी तथा बी को सरकार प्लाट तक नही दिला पाई। अब क्रीमीलेयर की लिमिट को 10 साल के बाद बढ़ाना गरीब तबके को उनके अधिकारों से वंचित रखना है। भाजपा सरकार खुद मान रही है कि अग्निवीर को वर्ष 2026 में स्थायी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हरियाणा की जनता से माफी मांगे।
क्योंकि भाजपा ने जो जनविरोधी फैसले लिए थे वह अब वापस ले रही है। अगर भाजपा ने हरियाणा की जनता को हिसाब नहीं दिया तो लोग आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का हिसाब-किताब चुकता कर देंगे। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा मांगे हिसाब कार्यक्रम के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता 15 सवाल भाजपा से मांग रहे हैं। भाजपा सरकार यह बताए कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा किस नंबर पर चला गया है, गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा अपराध के मामले में दूसरे नंबर पर है। हुड्डा ने कहा कि 100 गज प्लाट योजना कांग्रेस ने शुरू की थी। भाजपा में 10 साल के दौरान प्लाटों को लेकर कुछ नहीं किया है। अब केवल लोगों को कब्जे दिला रही है। खेलों के मामले में पहले नंबर पर रहने वाला हरियाणा अब नशे के मामले में पंजाब को भी पीछे छोड़ चुका है। हर वर्ग भाजपा से परेशान होकर सड़कों पर उतरा है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा शर्मा