शिमला, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में एक कैंसर मरीज की मौत का मामला अब सीएम हेल्पलाइन में पहुंच गया है। मृतक देवराज के परिवार ने आरोप लगाया है कि हिमकेयर योजना में पंजीकृत होने के बावजूद उन्हें इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन नहीं मिला।
मामले को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने शनिवार को एक बयान में कहा कि सरकार को प्रदेश की जनता की कोई परवाह नहीं है। उनकी लापरवाही से लोगों की जान जा रही है। सुरेश कश्यप ने इसे प्रदेश सरकार की नाकामी करार देते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने जनहित में कई योजनाएं शुरू की थीं, लेकिन मौजूदा सरकार ने उन योजनाओं को बंद कर दिया, जिससे आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
परिजनों ने की सीएम से कार्रवाई की मांग
देवराज की बेटी जाह्नवी शर्मा ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराते हुए अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जाह्नवी ने बताया कि उनके पिता को आईजीएमसी के डॉक्टर ने 13 नवंबर को 50,000 रुपये के इंजेक्शन की आवश्यकता बताई थी। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह इंजेक्शन खरीदने में असमर्थ थे। कई बार अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने के बावजूद उन्हें इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया। आखिरकार 3 दिसंबर को देवराज की मौत हो गई।
हिम केयर और आयुष्मान योजना भी हुई प्रभावित
सांसद सुरेश कश्यप ने आरोप लगाया कि आईजीएमसी में हिम केयर और आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। मेडिकल स्टोर संचालकों को लंबित बिलों का भुगतान न होने के कारण उन्होंने दवाइयां और उपकरण देना बंद कर दिया है। इसके चलते आईजीएमसी में एंजियोग्राफी सेवाएं भी ठप हो गई हैं। मरीजों के केस रद्द किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा ने मांगा अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई
भाजपा ने इस मामले में सरकार से अस्पताल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि सरकार की नाकामी के कारण गरीब मरीजों को इलाज के अभाव में जान गंवानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा मृतक के परिवार के साथ खड़ी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करती है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा