कोलकाता, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को इस मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए उनके इस्तीफे की मांग की।
भाजपा ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से ममता बनर्जी और पुलिस आयुक्त विनीत गोयल का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की भी मांग की, जिनपर पार्टी ने आरोप लगाया कि उन्होंने शुरू में पीड़िता की मौत को आत्महत्या बताया था। भाजपा ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की, जो पीड़िता के लिए न्याय और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर कोलकाता में रैली निकाल रहे थे।
भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपित संजय रॉय उस रात एक बाइक चला रहा था, जो कोलकाता पुलिस आयुक्त के नाम पर पंजीकृत थी, जैसा कि कोलकाता पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के अनुसार बताया गया है। उन्होंने कहा, यह गंभीर मामला है और इसकी जांच की जरूरत है। ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस आयुक्त दोनों को तुरंत पद से हट जाना चाहिए ताकि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके। उन्होंने एक पोस्ट में यह भी मांग की कि सीबीआई उन्हें हिरासत में ले और उनके फोन रिकॉर्ड की जांच करे और पॉलीग्राफ टेस्ट के माध्यम से इस साजिश का पर्दाफाश करे, जिसमें युवा महिला डॉक्टर का बलात्कार और हत्या शामिल है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, पश्चिम बंगाल में जो कुछ भी हो रहा है वह चिंताजनक है। यह संविधान को टुकड़े-टुकड़े करने जैसा है। यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि अगर देश में कोई तानाशाह है, तो वह ममता बनर्जी हैं। उन्होंने ममता बनर्जी पर बलात्कार और हत्या के मामले में शामिल लोगों को बचाने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके, इसके लिए उन्हें तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी मांग की कि पुलिस आयुक्त, जिन्होंने पहले इस मामले को आत्महत्या करार दिया था, उन्हें भी इस्तीफा देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा, सत्य को सामने आना चाहिए। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। उसे ममता बनर्जी और पुलिस आयुक्त का पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाहिए ताकि सत्य का पता चल सके।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर पाश