गुवाहाटी, 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), असम प्रदेश ने रविवार को शिवसागर के विधायक अखिल गोगोई के हालिया बयान की कड़ी निंदा की, जिन्हें असम की सामाजिक संरचना और संविधान का अपमान और एक गंभीर चुनौती बताया गया।
भाजपा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि गोगोई का मुस्लिम भाजपा वोटरों को ‘काफिर’ बताना न केवल असम के समन्वित समाज की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं और लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी हमला है। भाजपा ने आरोप लगाया कि गोगोई के बयानों में उनके अराजक विचारधाराओं, वामपंथी उग्रवाद, धार्मिक कट्टरता और भारत विरोधी स्वर प्रतिबिंबित था।
भाजपा ने यह भी कहा कि गोगोई का सोशल मीडिया पर वीडियो के माध्यम से माफी मांगना, यह अधिक एक राजनीतिक क्षति को कम करने की कोशिश दिखता है, न कि किसी सच्ची पछतावे का संकेत। उन्होंने यह दावा किया कि बिना किसी वास्तविक अफसोस के सार्वजनिक दबाव में माफी मांगने से अपराध की गंभीरता नहीं मिटती। भाजपा ने गोगोई को मानसिक असंतुलन और विकृत मानसिकता का व्यक्ति बताया, जिसे असम की जनता ने पहले भी कई बार देखा है।
इस घटना का उल्लेख करते हुए भाजपा ने कहा कि गोगोई ने एक चुनावी रैली के दौरान यह टिप्पणी की थी कि जो मुस्लिम भाजपा को वोट देंगे, उन्हें ‘काफिर’ माना जाएगा और वे नर्क में जाएंगे। भाजपा ने जोर देकर कहा कि इस प्रकार के भड़काऊ बयान संविधान के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के अधिकार, लोकतांत्रिक मूल्यों और चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता पर हमला हैं।
भाजपा ने गोगोई पर राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक अशांति फैलाने का आरोप लगाया, ताकि वह अपने व्यक्तिगत वोट बैंक को मजबूत कर सकें। उन्होंने ऐसे विभाजनकारी और अराजक प्रयासों का मुकाबला करने के लिए सामूहिक प्रतिक्रिया की आवश्यकता जताई।
भाजपा ने कहा कि कोई भी माफी इस तरह की बयानबाजी से हुए नुकसान को नहीं चुका सकती। भाजपा ने गोगोई के बयान को असम की जनता और संविधानिक मूल्यों का गंभीर अपमान बताया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
