
देवरिया, 21 मई (Udaipur Kiran) । रानी अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत जिला पंचायत सभागार में गोष्ठी का आयोजन बुधवार किया गया।
मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य डा. धर्मेंद्र सिंह ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि पुण्य श्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर मालवा साम्राज्य की एकलौती ऐसी शासक थीं जिन्हें भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों में से एक माना जाता है। 18वीं शताब्दी में मालवा की महारानी के रूप में धर्म का संदेश फैलाने में और औद्योगीकरण के प्रचार-प्रसार में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था।
प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार पहली ऐसी सरकार है जो अपने महापुरुषों को उचित सम्मान दिलाने का कार्य कर रही हैं। हिंदू सनातन इतिहास में ऐसे बहुत से महापुरुष हैं जिन्होंने अपने धर्म, संस्कृति और विचारधारा को विपरीत परिस्थितियों में भी संभाले रखा। अहिल्या बाई होल्कर की कहानी हमें सिखाती हैं कि एक महिला भी अपने साहस, बुद्धिमत्ता और नेतृत्व क्षमता से महान कार्य कर सकती हैं। उनकी विरासत आज भी हमें प्रेरित करती है और हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
सदर विधायक डा. शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास में महाराज सुहेलदेव रहे हों या रानी अहिल्याबाई होल्कर, शीर्ष नेतृत्व इस बात के लिए बधाई का पात्र हैं कि आज के परिवेश में इन महान विभूतियों को उचित स्थान प्रदान करते हुए पुनः स्थापित करने का काम किया हैं। एक न्यायप्रिय, धर्मप्रिय और अपनी वैभवशाली संस्कृति को पोषित करते हुए उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्स्थापना में सबसे बड़ा योगदान दिया। भगवान शिव के प्रति इनकी अगाध श्रद्धा के कारण इनको शिवकामिनी भी कहा जाता है।
जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने अपने शासनकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जैसे कि मंदिरों का निर्माण, सड़कों का विकास और व्यापार को बढ़ावा देना। उनकी न्यायप्रियता और धर्मपरायणता ने उन्हें लोगों के दिलों में बसा दिया।
सलेमपुर के पूर्व सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर एक ऐसी महान महिला थीं, जिन्होंने अपने शासनकाल में न्याय, धर्म और कला को बढ़ावा दिया। उनकी बुद्धिमत्ता, साहस और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें एक आदर्श शासक बनाया। गोष्ठी का संचालन अभियान के संयोजक व जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह ने किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीशचंद तिवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष अंतर्यामी सिंह, डा. अजय मणि त्रिपाठी, अभियान की सह संयोजक आराधना पांडे, मारकंडे गिरी, नीरज शाही, अजय कुमार दुबे, राजेश कुमार मिश्रा, डा हेमंत मिश्रा, प्रमोद शाही, श्रीनिवास मणि, दिवाकर मिश्रा, अजय शाही, बिजेंद्र कुशवाहा, गंगा सिंह कुशवाहा, प्रभाकर तिवारी, सतेंद्र मणि त्रिपाठी, निर्मला गौतम, भारती शर्मा, अर्चना पांडे, आनंद प्रकाश शाही, रमेश वर्मा, दुर्गेशनाथ त्रिपाठी, सुधीर मद्धेशिया, आदित्य सिंह, नित्यानंद पांडे, कृष्णनाथ राय उपस्थित रहे।
———————–
(Udaipur Kiran) / ज्योति पाठक
