नैनीताल, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) । नैनीताल से अध्यक्ष पद की भाजपा की पराजित प्रत्याशी जीवंती भट्ट और भवाली से भाजपा प्रत्याशी प्रकाश आर्य ने अपनी हार के बाद भीतरघात और पार्टी की ओर से कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये संसाधन विरोधी पार्टी के प्रत्याशी के लिये और वार्डों में सभासदों के प्रचार में उपयोग किये गये। इसके अलावा अपनी हार के लिये भाजपा के चुनाव प्रबंधन को पूरी तरह से जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके कहने के बावजूद उनकी बूथ अध्यक्षों के साथ बैठक तक नहीं करायी गयी। इसका प्रतिफल रहा कि वह नैनीताल के 32 में से 31 बूथों में विरोधी प्रत्याशी से पीछे रहीं। कहा कि पिछले निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मात्र 16 प्रतिशत मिले थे, इसके बावजूद पिछली बार की गलतियों की समीक्षा और उसके अनुसार रणनीति नहीं बनायी गयी। फिर भी उन्हें अपने प्रयासों से इस चुनाव में 40 प्रतिशत मत मिले हैं। इसके लिये वह जनता का आभार भी जताती हैं।
इसी तरह भवाली से भाजपा के पालिकाध्यक्ष प्रत्याशी प्रकाश आर्य ने निकाय चुनाव में तीन वोटों के मामूली अंतर से हारने के बाद पार्टी के अंदर गहरी साजिश और भीतरघात का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि जनता का समर्थन पूरी तरह उनके पक्ष में था, लेकिन पार्टी के अंदर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया, जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा। प्रकाश आर्य ने खुलासा किया कि पार्टी के मजबूत माने जाने वाले बूथों पर जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया। पार्टी के मंडल अध्यक्ष और महामंत्री के बूथ पर भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
कार्यवाही की अपील
प्रकाश आर्य ने पार्टी नेतृत्व से अपील करते हुए कहा कि उन कार्यकर्ताओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए, जो पार्टी को भीतर से कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि ऐसे तत्वों को रोका नहीं गया, तो यह पार्टी के भविष्य के लिए घातक सिद्ध होगा। इस प्रकार निकाय चुनाव में जीवंती भट्ट एवं प्रकाश आर्य की हार ने भाजपा की अंदरूनी राजनीति और भीतरघात के मुद्दे को उजागर कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस मामले पर क्या कदम उठाएगा और ऐसे आरोपों के बाद पार्टी में किस तरह की रणनीति अपनाई जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी