चंडीगढ़, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह एक बार फिर से राजनीति के दोराहे पर खड़े नजर आ रहे हैं। उचाना सीट से टिकट कन्फर्म होने के बावजूद कांग्रेस की पहली सूची में उनके बेटे का नाम शामिल होने से राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। बीरेंद्र सिंह के साथ राजनीतिक जीवन में कई बार हादसे हो चुके हैं।
कांग्रेस में कई हादसों के ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर हुए बीरेंद्र सिंह भाजपा में गए लेकिन वहां भी उन्हें झटका लग गया। इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह व उनके सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया। लोकसभा चुनाव के दौरान बृजेंद्र सिंह की हिसार से टिकट को लेकर चर्चाएं अंतिम समय तक जारी रहीं लेकिन कांग्रेस ने वहां से जय प्रकाश को उतार दिया। इसके बाद बीरेंद्र सिंह के बेटे ने उचाना विधानसभा से तैयारी शुरू कर दी और बीरेंद्र सिंह लगातार दिल्ली में अपने बेटे के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। उचाना सीट पर कांग्रेस में किसी तरह का विरोध भी नहीं था। इसके बावजूद पहली सूची में बृजेंद्र सिंह का नाम नहीं होने से बीरेंद्र सिंह समर्थकों की धड़कनें तेज हो गई हैं और राजनीतिक अटकलें जोरों पर हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा