
चंडीगढ़, 21 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा सरकार ने खेल नर्सरियों की आड़ में चल रहा फर्जीवाड़ा रोकते हुए सरकार ने खिलाडिय़ों के साथ-साथ उनके कोच की बॉयो-मैट्रिक हाजिरी लगाने का फैसला किया है। इस योजना को लागू करने का काम शुरू हो चुका है। वहीं सरकार ने इन नर्सरियों के कोच के मानदेय व खिलाडिय़ों की डाइट मनी में भी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है।
हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने बुधवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नर्सरियों में हर साल 37 हजार से अधिक खिलाडिय़ों को अलग-अलग खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है। कई जगहों से खेल नर्सरियों में गड़बड़ होने की शिकायतें आ रही थी। अधिकांश शिकायतें इस बात को लेकर थी कि नर्सरियों में खिलाडिय़ों की जितनी संख्या दर्ज की गई है, उतने खिलाड़ी नहीं हैं। या फिर नर्सरियों में खिलाड़ी कम आते हैं। कई नर्सरियों में कोच के भी समय पर नहीं आने की शिकायतें आ रही थीं। मंत्री ने कहा
ि कइन शिकायतों पर कड़ा नोटिस लेते हुए विभाग ने नर्सरियों में खिलाडिय़ों व कोच की बॉयो-मैट्रिक हाजिरी सुनिश्चित करने का फैसला लिया है। जल्द ही सभी नर्सरियों में बॉयो-मैट्रिक मशीनें लगाई जाएंगी। बॉयो-मैट्रिक हाजिरी के बाद धांधली की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी।
उन्हाेंने कहा अभी तक प्रदेश में 1500 खेल नर्सरियां स्थापित की जाती थी। इनमें से 500 नर्सरी सरकारी और 1000 प्राइवेट संस्थानों में स्थापित होंगी। इस साल सरकार ने नर्सरियों की संख्या बढ़ाकर 2000 करने का निर्णय लिया है। नर्सरियों के लिए मांगे गए आवेदन की प्रक्रिया भी खत्म हो चुकी है। सरकारी सेक्टर के लिए अधिकांश नर्सरियों की अलॉटमेंट हो चुकी है, लेकिन प्राइवेट सेक्टर की नर्सरियों को लेकर अभी लेटलतीफी हो रही है।
उन्हाेंने बताया कि हरियाणा सरकार ने खेल नर्सरियों में कार्यरत कोच के मानदेय में भी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। इससे जुड़ी फाइल मंजूरी के अंतिम चरण में है। जूनियर कोच का मानेदय 20 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये मासिक किया जाएगा। वहीं सीनियर कोच को 25 हजार की बजाय 30 हजार रुपये मासिक मानदेय मिलेगा।
खिलाड़ियों का सम्मान समारोह रद्द
राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेता और प्रतिभागी खिलाडिय़ों का रोहतक में होने वाला सम्मान समारोह फिलहाल टाल दिया है। यह सम्मान समारोह बुधवार को रोहतक में होना था। समाराेह स्थगित हाेने का कारण खिलाडिय़ों में भी चालीस प्रतिशत ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया। साठ प्रतिशत खिलाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन नहीं होने की वजह से समारोह नहीं हो पाया। जिलों के खिलाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करवाने को कहा है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सम्मान समारोह की अलग से तारीख तय की जाएगी।
दरअसल, उत्तराखंड में हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश के 689 खिलाडिय़ों ने विभिन्न 33 खेलों में भाग लिया था। इन खेलों में प्रदेश के खिलाडिय़ों ने कुल 153 मेडल हासिल किए। इनमें 48 स्वर्ण पदक, 47 रजत तथा 58 कांस्य पदक शामिल हैं। प्रदेश सरकार की खेल नीति के तहत गोल्ड मेडल विजेता को 7 लाख रुपये, रजत पदक विजेता को 5 लाख तथा कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को 4 लाख रुपये कैश अवार्ड देने का प्रावधान है। इसके अलावा सभी प्रतिभागी खिलाडिय़ों को 50-50 हजार रुपये का कैश अवार्ड दिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
