बीकानेर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पूरे विश्व में अपनी मिठास रसगुल्ला और तीखेपन भुजिया के साथ अपनायत के लिए जाना जाने वाला शहर छाेटीकाशी जिसकी संस्कृति, सभ्यता आज भी जीवंत है लेकिन अब लगता है शहर काे नजर लग गयी है। उड़ता पंजाब की तरह अब शहर उड़ता बीकानेर बन रहा है। इसके लिए लाेगाें काे साथ लेकर जन आंदाेलन चलाया जाएगा।
इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए भगवान सिंह मेड़तिया, वेद व्यास, डाॅ. सिद्धार्थ असवाल, गाेपालराम कूकणा, जितेंद्र सिंह भाटी, भवानी पाईवाल के साथ जसराज सींवर ने संयुक्त बताया कि नशे के काराेबारी फल-फूल रहे हैं और लेने वाला और उसका परिवार बर्बाद हाे रहा है। इसी के कारण शांत शहर में अपराध बढा है। मेड़तिया ने कहा कि हालात बड़े बुरे हाे गए हैं, फाेन काॅल आते हैं, वाट्सएप्प पर मैसेज आते हैं, घर वालाें की तबियत खराब है ऐसा बताते हैं और पैसे मांगते हैं। बाद में पता चलता है कि नशे के लिए पैसे मांगने का एक तरीका है, रात काे फाॅयल पेपर मांगते दिखायी देते हैं। उन्हाेंने आराेप लगाया कि हमारा प्रशासन जिसकी नाक के नीचे यह सब काम हाे रहा है और हम सब ओर हमारी चुप्पी। इसी चुप्पी काे ताेड़ना है और हमारे बीकानेर के सुनहरे भविष्य काे इस नशे से बचाना है। जिसके लिए जनजागरण जरुरी है। जब समाज जागृत हाे जाएगा तब इस समस्या का समाधान हाेगा। मेड़तिया ने यह भी कहा कि लम्बे समय से पुलिस थानाें में जाे पुलिसकर्मी कार्यरत है उनका ट्रांसफर जरुरी है। पुलिस प्रशासन काे भी समाज का सहयाेगी बन इस समस्या से निजात दिलानी हाेगी।
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(Udaipur Kiran) / राजीव