—विद्यार्थियों को दिया जाएगा मूल्यपरक नेतृत्व पर प्रशिक्षण
वाराणसी, 03 अगस्त (Udaipur Kiran) । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू) ने कम्पिटिटिवनेस माइंडसेट इंस्टिट्यूट– भारत, के साथ एक सहमति पत्र पर शनिवार को हस्ताक्षर किए हैं। सहमति के तहत गैर-लाभकारी-संस्था सीएमआई-विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में ऐसे कौशल के विकास का प्रशिक्षण देगा, जिससे उन्हें कक्षाओं व कार्यस्थल में अधिक प्रभावी ढंग से एवं बेहतर प्रदर्शन करने करने में मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण के दौरान मूल्यपरक नेतृत्व के विकास के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने एवं प्रतिस्पर्धी दृष्टिकोण अपनाने में सहायता से विद्यार्थियों की रोज़गार हासिल करने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। सहमति पत्र के तहत अगले तीन वर्षों के दौरान विद्यार्थियों को आधुनिक सम्प्रेषण कौशल का प्रशिक्षण भी प्राप्त होगा, जिससे वे पारस्परिक संबंध, विश्वास एवं विश्वसनीयता बढ़ाने में कामयाब हो पाएंगे। कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह तथा सीएमआई-इंडिया की अध्यक्ष प्रो. हवोवी त्रिवेदी ने डेयरी विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग के कामधेनु सभागार में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन तथा विश्वविद्यालय के अन्य शीर्ष अफसर भी मौजूद रहे।
-फ्लाई सीनियर कार्यक्रम का भी उद्घाटन
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विश्वविद्यालय के शीर्ष पदाधिकारियों, नीति निर्माताओं व शैक्षणिक प्रमुखों के लिए विशेष रूप से तैयार फ्लाई सीनियर कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया। इस संवादात्मक कार्यक्रम के दौरान नेतृत्व कौशल के विभिन्न आयामों जैसे पहल करने, समस्याओं के समाधान, नवोन्मेष आदि से जुड़ी गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें संस्थानों के निदेशकों, संकाय प्रमुखों, विभागाध्यक्षों, विभिन्न इकाइयों के समन्वयकों एवं आचार्य प्रभारियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागिता की एवं अपने विचार साझा किये।
कार्यक्रम के एक सत्र में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विद्यार्थी एवं संस्थान केन्द्रित तथा उनके हित व कल्याण को सर्वोपरि रखने वाले दृष्टिकोण की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि फ्लाई कार्यक्रम अत्यंत प्रभावी एवं कुशल रूप से प्रतिभागियों में ऐसी काबिलियत विकसित कर रहा है, जो उन्हें विभिन्न भूमिकाओं में मददगार साबित होंगी। कुलपति ने बताया कि फ्लाई में शामिल होने वाले कई विद्यार्थियों के साथ संवाद के दौरान उन्होंने पाया कि विद्यार्थियों के व्यवहार, व्यक्तित्व एवं दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन आया है। फाइंडिंग लीडर इन यू स्कॉलर कार्यक्रम एक ऐसा ही प्रयास है, जिसके तहत बीएचयू के सैकड़ों विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके हैं। लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक समय के दौरान, जब से विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, 1300 से अधिक विद्यार्थियों को फ्लाई प्रशिक्षण दिया जा चुका है। कम्पिटिटिवनेस माइंडसेट इंस्टिट्यूट–भारत, के सहयोग से आयोजित हो रही फ्लाई ट्रेनिंग का उद्देश्य भविष्य के लिए ऐसे कुशल नागरिक तैयार करना है, जो जानकार भी हों तथा मूल्यों एवं सामाजिक कर्तव्यों के लिए प्रतिबद्ध भी हों।
कार्यक्रम में प्रो. हवोवी त्रिवेदी ने कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन के इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के निर्णय प्रक्रिया के विभिन्न पक्षों से जुड़े अधिकारियों को एक दूसरे के साथ अनौपचारिक रूप से भी जुड़ने तथा अपने अनुभव साझा करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व से साथ इस स्तर पर जुड़ना सीएमआई के लिए विशेष अवसर है।
सीएमआई-अमेरिका में फ्लाई कार्यक्रम की निदेशक डॉ अपर्णा राजगोपाल ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के लिए तैयार फ्लाई सीनियर कार्यक्रम के दो पहलु हैं। पहला, फ्लाई प्रशिक्षण को लेकर विद्यार्थियों के अनुभव जानना, तथा दूसरा, शीर्ष नेतृत्व को एक ऐसी पुख्ता रूपरेखा प्रदान करना कि वे नई पहलों को लेकर तथा समस्या समाधान के संदर्भ में अपनी टीम के साथ विचार कर सकें।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / आकाश कुमार राय