
– समर कैम्प में भी बच्चों नें सीखी हैंड हाइजीन एक्टिविटीज
भोपाल, 5 मई (Udaipur Kiran) । हाथों को स्वच्छ रखकर बीमारियों को दूर रखने के उद्देश्य से वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे सोमवार को मनाया गया। जिसमें हाथ धोने की सही विधि, हैंड वॉशिंग स्टेप्स, हाथों को धोने से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में मरीजों एवं परिजनों को हाथ धोने की प्रक्रिया एवं उसके महत्व के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। अस्पतालों के पी.एन.सी. वार्ड में भर्ती महिलाओं एवं उनके परिजनों को नवजात शिशु के पालन पोषण के दौरान हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखे जाने के संबंध में परामर्श प्रदान किया गया। एन.आर.सी. एवं एस.एन.सी.यू. एवं पी.आई.सी.यू.में भर्ती बच्चों के परिजनों को साफ-सफाई के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
जिले में संचालित विभिन्न समर कैम्प में आने वाले बच्चों को हाथों को धोने की प्रक्रिया लाइव डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से समझाई गई। खाने से पहले, शौच के बाद, हाथों के गंदे दिखने, बाहर से खेलकर आने, छींकने, खांसने, जानवरों को छूने के बाद हाथ धोने के महत्व को समझाया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हैंड हाइजीन डे हेतु इस वर्ष It might be gloves. It’s always hand hygiene की थीम निर्धारित की गई है, जिसके माध्यम से लोगों को उचित समय पर और सही ढंग से हाथों की स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जा रहा है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की रिपोर्ट के अनुसार ठीक ढंग से हाथों की सफाई रखकर डायरिया को 30% तक और श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याओं जैसे सर्दी इत्यादि को 20% कम किया जा सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इलनेस के कारण बच्चों की स्कूल से अनुपस्थित को भी कम किया जा सकता है। नियमित रूप से एवं ठीक ढंग से हाथों को धोकर डायरिया, पेट दर्द, उल्टी, कुपोषण, कृमि संक्रमण, फ्लू, त्वचा संबंधी रोग, आंखों से जुड़ी बीमारियों की संभावना को कम किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि कई तरह के वायरस एवं बैक्टीरिया हमारे हाथों के माध्यम से मुंह तक पहुंचते हैं और शरीर के अंदर पहुंचकर विभिन्न बीमारियों को जन्म देते हैं। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए माताओं को साबुन से हाथ धोकर ही खाना खिलाना या स्तनपान करवाना चाहिए। होम बेस्ड न्यूबॉर्न केयर ग्रहभेंट के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सबसे पहले हाथ धुलाई की जानकारी दी जाती है।
(Udaipur Kiran) तोमर
