Madhya Pradesh

भाेपाल: अतिथि शिक्षकों ने मंत्री, विधायकों काे साैंपा ज्ञापन, वरिष्ठता के आधार पर परमानेंट करने की मांग की 

अतिथि शिक्षकों ने मंत्री, विधायकों काे साैंपा ज्ञापन

भोपाल, 8 दिसंबर (Udaipur Kiran) । आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मप्र ने रविवार काे प्रदेश भर में कार्यानुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित (पदस्थायित्व) कराने हेतु शीतकालीन विधानसभा सत्र में प्रस्ताव पारित कराने के लिए मंत्रियाें और विधायकाें काे मुख्यमंत्री डाॅ माेहन यादव के नाम ज्ञापन साैंपा। इसी क्रम में भाेपाल में भी अतिथि शिक्षकों के एक दल ने अपनी मांगों को लेकर मंत्री और विद्यायकों को ज्ञापन सौंपे।

अतिथि शिक्षक संघ से सुमित पाठक ने मंत्री विश्वास सारंग के अलावा कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा और भगवान दास सबनानी को ज्ञापन दिए। इसमें उन्होंने कार्यानुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित (पद स्थायित्व) कराने जैसी मांग की। अतिथि शिक्षकों के इस दल में अशोक भार्गव, लोकेश और उत्कृष्ट सिंगरौली से शामिल रहे। सुमित पाठक ने बताया कि मध्यप्रदेश के शासकीय स्कूलों में अल्प मानदेय पर अतिथि शिक्षक 15-16 सालों से ईमानदारी के साथ सेवा देते आ रहे हैं। मगर आज तक भविष्य अंधकारमय बना हुआ है।

ये है मांगें

कार्यानुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की वर्ग वार, विषयवार विभागीय परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाने का प्रस्ताव पारित किया जाए।

जब तक विभागीय परीक्षा नहीं होती। तब तक 12 महीने का सेवाकाल एवं 65 साल की उम्र तक पद स्थायित्व करने, उक्त पद को रिक्त न मानने का प्रस्ताव पारित किया जाए।

2 सितंबर 2020 को अतिथि शिक्षक महापंचायत में हुई समस्त घोषणाओं के आदेश तत्काल जारी करने का प्रस्ताव पारित किया जाए।

साल 2011 से लेकर वर्तमान तक हुई समस्त शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में से किसी भी एक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अतिथि शिक्षकों को कार्यानुभव और वरिष्ठता का लाभ देते हुए सीधे नियमित शिक्षक बनाए जाने का प्रस्ताव पारित हो।

जो अतिथि शिक्षक वर्तमान में सीधी भर्ती, स्थानांतरण, उच्चपद प्रभार, अतिशेष शिक्षक इत्यादि कारणों से बाहर हैं, उन्हें रिक्त पदों पर पहली प्राथमिकता के साथ संकुल/ब्लॉक/जिला/अन्य जिले में समायोजित किया जाए।

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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे

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