– काटजू अस्पताल में उपलब्ध मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं तथा जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र की गतिविधियों की सराहना की
भोपाल, 23 नवंबर (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की संयुक्त सचिव मीरा श्रीवास्तव ने शनिवार को जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सिविल अस्पताल डॉ. कैलाशनाथ काटजू, जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रातीबड़, आयुष्मान आरोग्य मंदिर रायपुर का भ्रमण कर विभाग द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं हितग्राहियों से चर्चा कर स्वास्थ्य सेवाओं का फीडबैक भी लिया ।
भ्रमण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी द्वारा इन संस्थाओं के माध्यम से दी जा रही सेवाओं की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई। संयुक्त सचिव मीरा श्रीवास्तव ने डेडीकेटेड मातृ एवं शिशु अस्पताल काटजू में लेबर रूम, एसएनसीयू, पीएनसीवार्ड, मदरमिल्क बैंक, ब्लड स्टोरेज यूनिट की कार्यप्रणाली को देखा। भारत सरकार द्वारा बनाए गए यूविन पोर्टल के माध्यम से टीकाकरण सत्रों, ड्यूलिस्ट बनाने की जानकारी ली। इस दौरान उन्हें यूविन पोर्टल में ओटीपी संबंधी समस्या के बारे में अवगत करवाया गया।
मीरा श्रीवास्तव ने नवजात बच्चों के टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन ट्रॉली के नवाचार की सराहना की। काटजू अस्पताल में भर्ती महिलाओं ने उन्हें बताया कि अस्पताल की सुविधाएं, साफ सफाई और देखभाल बड़े निजी अस्पतालों से भी बेहतर है।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने चर्चा के दौरान संयुक्त संचालक को बताया गया कि काटजू शासन द्वारा अस्पताल में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं और मानव संसाधन उपलब्ध करवाया गया है। एक्सटेंडेड सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य परामर्श की सेवाएं भी एएनसी महिलाओं को दी जा रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रातीबड़ में महिला एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, टीकाकरण, परिवार कल्याण, असंचारी रोग, संचारी रोग, दवा वितरण, प्रयोगशाला इत्यादि सेवाओं का जायजा लिया। पीएचसी रातीबड़ में कोल्ड चैन रखरखाव की प्रशंसा की गई। आयुष्मान आरोग्य मंदिर रायपुरा में एनसीडी स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके द्वारा धात्री महिला के यहां गृह भेंट कर प्रसूति सेवाओं एवं होम बेस्ड न्यूबॉर्न केयर की जानकारी ली गई। सुश्री मीरा श्रीवास्तव ने जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में फिजियोथैरेपी यूनिट, ऑक्यू
पेशनल थैरेपी यूनिट, डेंटल यूनिट, ऑडियोलॉजी यूनिट का भ्रमण कर परिजनों से चर्चा की। डॉ. प्रभाकर तिवारी द्वारा उन्हें बताया गया कि जिले में क्लेफ्ट लिप, क्लेफ्ट पैलेट, जन्मजात हृदय रोग, मोतियाबिंद, कॉक्लियर इंप्लांट का कोई भी बैकलॉग शेष नहीं है।
(Udaipur Kiran) तोमर