
हिसार, 7 मई (Udaipur Kiran) । सामाजिक संस्था ‘सजग’ ने भारत सरकार द्वारा पहलगाम हमले के दोषियों
पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे एक साहसिक और कूटनीतिक
विजय बताया है। संस्था का कहना है कि भारत ने युद्ध का विकल्प न चुनकर सीधे दोषियों
को दंडित करने का जो मार्ग अपनाया है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है और वैश्विक स्तर पर एक
नया मानदंड स्थापित करता है।
सजग के प्रदेश अध्यक्ष वास्तु आर्किटेक्ट सत्य पाल अग्रवाल ने बुधवार काे कहा कि भारत
ने एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि वह युद्ध नहीं, शांति का पक्षधर है। भारत ने यह
कदम उठाकर यह संदेश दिया है कि आतंक और हिंसा के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है, बिना
युद्ध का सहारा लिए।उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय
एकजुट होकर हर प्रकार की हिंसक गतिविधियों के विरुद्ध साझा न्यायिक तंत्र स्थापित करे
ताकि दोषियों को वैश्विक स्तर पर दंड मिल सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में हम एक सभ्य, नैतिक और मानवतावादी विश्व व्यवस्था चाहते
हैं, तो युद्ध जैसी हिंसक प्रक्रियाओं को समाधान मानना हमें त्यागना होगा। हर व्यक्ति
को शांति और गरिमा से जीने का अधिकार है, और यह दायित्व केवल किसी एक देश का नहीं,
बल्कि पूरी मानव जाति का है। भारत की यह कार्रवाई संपूर्ण विश्व को शांति और न्याय
की दिशा में प्रेरित करने वाला सशक्त संदेश है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
