– बढ़ता जा रहा भाजपा का कुनबा, अनेक कार्यकर्ताओं ने थामा भाजपा का दामन
देहरादून, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को उत्तरकाशी के कई सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रदेश मुख्यालय पर मोबाइल नंबर 8800002024 पर मिस्ड कॉल कराकर औपचारिक सदस्यता दिलवाई। साथ ही समाजसेवी राजदीप परमार और उनके समर्थकों को फूल-माला एवं कमल का पताका पहनाकर स्वागत किया गया।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने राज्य के विकास में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी एवं भाजपा के योगदान को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अचरज होता है, भाजपा में ही क्यों इतनी बड़ी तादात में लोग शामिल हो रहे हैं। इसकी वजह है 60 वर्ष का कांग्रेस का शासन और अटल एवं मोदी सरकार के कामों में जमीन-आसमान का अंतर हाेना। उन्होंने कहा कि भाजपा की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण यह है कि वह जो कहती है उसे अवश्य पूरा करती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, पांच साै वर्ष बाद प्रभु श्रीराम का अपने घर में विराजना, अनुच्छेद 370 हटाकर देश को एक करना। उन्होंने सभी लोगों को सावधान करते हुए कहा कि देश को तोड़ने की मंशा वाले विभिन्न राजनैतिक दल चारों तरफ सक्रिय हैं, जबकि भाजपा गरीबों और समाज के सभी वर्गों को सशक्त कर देश को जोड़ना चाहती है। लिहाजा अब कोई भी गलती नहीं करनी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ताकत देने के लिए संगठन को और अधिक मजबूती देनी है।
सक्रिय सदस्यता अभियान तेज करने का आह्वान
भट्ट ने सभी नए सदस्यों से भी सक्रिय सदस्यता अभियान को तीव्र गति से आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्हाेंने कहा कि भाजपा एक पार्टी ही नहीं, एक परिवार भी है। भाजपा सभी के मान-सम्मान का पूरा ध्यान रख रही है।
विधायक खजान दास ने बढ़ाया हौसला
इस मौके कर संगठन चुनाव के प्रदेश प्रमुख एवं राजपुर विधायक खजान दास ने सभी लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने हौसला बढ़ाते हुए कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का सदस्य बनना गर्व का विषय है। आगे हम सभी को मिल-जुलकर संगठन को मजबूत करने का काम करना है। इस बैठक में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान, उत्तरकाशी भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र राणा, राजेंद्र नेगी, हनी पाठक, राजीव तलवार, सुभाष बड़थ्वाल आदि उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण