West Bengal

बेंगलुरु पुलिस ने ऑनलाइन जालसाजी मामले में तृणमूल नेता को किया गिरफ्तार

कोलकाता, 1 फरवरी (Udaipur Kiran) ।

बेंगलुरु पुलिस ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक तृणमूल कांग्रेस नेता पिंकू मंडल और उनके करीबी सहयोगी कमालुद्दीन हसन शामिल हैं। दोनों को ऑनलाइन जालसाजी रैकेट चलाने के आरोप में पकड़ा गया है, जिसमें करोड़ों रुपये की हेराफेरी हुई है।

शनिवार को जिला पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि बेंगलुरु पुलिस और नादिया जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इनकी गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने उनके पास से कई एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल फोन सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं।

तृणमूल कांग्रेस के जिला नेतृत्व ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पार्टी किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत अपराधों की जिम्मेदारी नहीं लेगी। तृणमूल कांग्रेस के संगठन जिला अध्यक्ष और विधायक रुक्बानुर रहमान ने कहा, यदि आरोपित दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कानून के अनुसार सजा मिलेगी, लेकिन पार्टी किसी की व्यक्तिगत गलतियों की जिम्मेदारी नहीं उठाएगी।

बेंगलुरु पुलिस ने दिसंबर 2023 में इस घोटाले की जांच शुरू की थी, जब उनकी साइबर क्राइम डिवीजन को पांच करोड़ रुपये से कम की ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत मिली थी। जांच में पता चला कि यह जालसाजी रैकेट मुख्य रूप से नादिया और आसपास के मुर्शिदाबाद जिले से संचालित हो रहा था। हालांकि, पुलिस को शक है कि मंडल और हसन केवल मोहरे हैं, और इसके पीछे कोई और बड़ा मास्टरमाइंड है।

हाल के महीनों में राज्य और केंद्रीय आर्थिक अपराध शाखाओं की जांच में यह सामने आया है कि कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में अंतरराज्यीय ऑनलाइन धोखाधड़ी गिरोहों के लिए मुख्य केंद्र बनने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।

पिछले सप्ताह, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कोलकाता के आसपास 10 ठिकानों पर छापेमारी कर एक ऐसे ही अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया था। यह रैकेट नकली कॉल सेंटरों के माध्यम से विदेशी नागरिकों को सॉफ्टवेयर सेवाएं देने का झांसा देकर उनसे पैसे वसूलता था और फिर इस रकम को क्रिप्टोकरेंसी के रूप में विदेशों में स्थानांतरित कर देता था।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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