-भाजपा सांसद एवं प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बिटकॉइन के कैश ट्रांजेक्शन के मुद्दे पर विपक्ष से किए सवाल
नई दिल्ली, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा के राज्यसभा सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कांग्रेस और महाविकास आघाड़ी के नेताओं द्वारा तथाकथित बिटकॉइन के कैश ट्रांजेक्शन से जुड़े साक्ष्य, चैट्स और ऑडियो क्लिप्स को मीडिया के समक्ष रखे और विपक्षी दलों से कई तीखे सवाल किए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक गंभीर और चिंताजनक तथ्य प्रकाश में आया है जो महा विकास अघाड़ी का असली चेहरा धीरे-धीरे उजागर कर रहा है। इससे यह गंभीर प्रश्न खड़ा हो रहा है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कैसे सम्पन्न हो सकते हैं?
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस का नारा था कि हाथ बदलेगा हालात, मगर अब दिख रहा है कि हाथ कर रहा है करामात। उन्होंने सवाल किया किमोहब्बत की दुकान के सामान का भुगतान कहां से किया जा रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि इस मोहब्बत की दुकान के सामान का भुगतान सात समंदर पार से किया जा रहा हो?
उन्होंने कहा कि मीडिया और न्यूज एजेंसियों द्वारा कुछ लोगों के साक्षात्कार, जिनमें पूर्व अधिकारियों के साक्षात्कार भी शामिल हैं, उनमें जो बातें बताई गई हैं, वह लोकतंत्र के लिए बहुत ही चिंताजनक हैं। इससे इस प्रकार के संकेत मिलते हैं कि मोहब्बत की दुकान का सामान कहीं दुबई से तो नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि इन साक्षात्कारों में यह भी बताया जा रहा है कि उनकी आने वाली सरकार जांच और पूछताछ से भी निपट लेगी। कई बड़े लोगों के साथ-साथ, संविधान के बारे में इस तरह की बातें की जा रही है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि एक पूर्व पुलिस अधिकारी जो एक आरोप में पहले कुछ समय जेल में रह चुका है। उसको एक आरोपित डीलर संपर्क करता है और यह कहता है कि बिटकॉइन का हमें कैश में कुछ पैसा ट्रांजैक्शन करना है। वह यह कहता है कि मैं पहले ही लफड़े में फंस चुका हूं, मैं ऐसी किसी चीज में नहीं पड़ना चाहता। तो वह दूसरा व्यक्ति यह कह रहा है कि साहब इसमें बड़े लोग शामिल हैं और वह कांग्रेस के महाराष्ट्र के अध्यक्ष नाना पटोले जी और सुप्रिया सुले जी का तथाकथित रूप से नाम लेता है।
उन्होंने आगे कहा कि फिर जब वह अधिकारी पुनः विश्वास व्यक्त करता है तो वह आदमी कहता है कि मैं आपको ऑडियो क्लिप भेज रहा हूं , आपको स्वतः ही समझ में आ जाएगा। उस ऑडियो क्लिप में डीलर के दावे के अनुसार साफ-साफ कहा जा रहा है कि इलेक्शन के लिए हमें पैसा चाहिए और इंक्वायरी की आप चिंता मत करिए, सरकार आएगी तो हम देख लेंगे। इसके बाद यह भी कहा जा रहा है कि हमें कैश चाहिए, हर हाल में चाहिए। इसके बाद वह व्यक्ति है अपनी चिंता व्यक्त कर रहा है कि अगर मैंने सारा वॉलेट खर्च कर दिया, तो कहीं मेरी जान के ऊपर खतरा न हो जाए।
भाजपा सांसद ने कहा कि इस ऑडियो क्लिप की बहुत ही गंभीर, खतरनाक और चिंताजनक बातें उभर कर सामने आई हैं। उस पर कांग्रेस पार्टी को पांच सवालों के जवाब देने होंगे।
पहला सवाल: क्या कांग्रेस पार्टी या उनके कोई नेता किसी वैध या अवैध बिटकॉइन लेनदेन में शामिल हैं, जैसा कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले के वीडियो और ऑडियो क्लिप में दिख और सुनाई दे रहा है?
दूसरा प्रश्न: क्या डीलर गौरव मेहता और श्री गुप्ता का कथित तौर पर कांग्रेस से संबंध है?
तीसरा सवालः क्या आपका इस प्रकार का कोई भी संवाद गौरव महता या गुप्ता या किसी अन्य व्यक्ति से हुआ है या नहीं?
चौथा सवालः सिर्फ रस्म अदायिगी के ट्वीट से कार्य नहीं चलने वाला, आपको स्पष्ट करना होगा कि यह आपकी आवाज है या नहीं?
पांचवा और अंतिम प्रश्न ये है कि यदि यह सुप्रिया सुले और नाना पटोले की आवाज है और इसमें जो ‘बिग पीपल’ शब्द कहा जा रहा है, जो दावा किया जा रहा है कि इसमें मुझसे बड़े लोग संलिप्त हैं तो ये बड़े लोग कौन हैं?
प्रवक्ता ने कहा कि यदि पांच उंगलियों वाला पंजा इन पांच सवालों का उत्तर नहीं देता है तो प्रदेश और देश की जनता यह समझ ले कि यह पंजा किसके लिए कार्य कर रहा था।
यदि वो वास्तविक अर्थों में चुनाव जीतने की कोई संभावना भी देख रहे होते तो इस तरह के किसी अवैध संसाधन से धन लेने का कोई विचार उनके मन में नहीं आया होता। यह पुनः दर्शाता है कि उन्हें हार दीवार पर लिखी हुई इबारत की तरह दिखाई दे रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी तिजोरी खोल के दिखा रहे थे कि उसमें कुछ नहीं है लेकिन यहां तिजोरी का तो मामला ही नहीं था, सब हाईटेक हो रहा था। यदि मीडिया में आई खबर सही है तो राहुल गांधी जवाब दें कि यह मामला ‘कॉइन नहीं बिटकॉइन’ का था। इसका अर्थ है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग समाज के भले के लिए नहीं, सुशासन के लिए नहीं लेकिन भ्रष्टाचार के लिए किया गया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट की जनता इन्हें पहचाने कि यह कैसे-कैसे और कौन से धंधे करते हैं। यह वो पार्टी है जब इनकी सत्ता थी तो गृह मंत्री पर आरोप लगा था कि यह 100 करोड़ रुपये महीने बसूलने के लिए कहते हैं। आरोप भी पुलिस कमिश्नर ने लगाया था। भारत के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा, कि पुलिस कमिश्नर द्वारा गृह मंत्री पर आरोप लगाया गया हो। इसके बाद गृह मंत्री गिरफ्तार हुए और पुलिस कमिश्नर फरार हो गए।
उन्होंने कहा कि ‘गृह मंत्री गिरफ्तार हुए और पुलिस कमिश्नर फरार’ यह जिस सरकार के कार्यकाल में हुआ हो तो वो विपक्ष में रहकर कौन-कौन सी कारगुजारियां कर रही होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले की आज आखिरी रात है। अगर कांग्रेस ने इन पांच सवालों का अगर जवाब नहीं दिया, तो वह बहुत पुरानी फिल्म मुग़ल-ए-आज़म का डायलॉग याद है, ‘यह रात साहिबे आलम के मंसूओं पर बहुत भारी गुजरने वाली है,’ क्योंकि अब देश की जनता और प्रदेश की जनता उन मंसूबों का असली चेहरा बेनकाब होते हुए देख चुकी है। नकाब में जितना भी वोट डलवाने का प्रयास कर ले, परंतु अब मुझे लगता है कि इसके द्वारा उनका चेहरा बेनकाब हो चुका है।
—————
(Udaipur Kiran) / प्रभात मिश्रा