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सरकारी स्कूल में छात्राओं की  क्लास रूम के अंदर बीयर पार्टी,हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान

सरकारी स्कूल में छात्राओं की बीयर पार्टी का हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

बिलासपुर /रायपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) ।छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की एक सरकारी स्कूल में छात्राओं ने क्लास रूम के अंदर बीयर पार्टी की थी। वीडियो वायरल होने और मीडिया में आने के बाद बवाल मच गया। स्कूल में किए गए इस कृत्य पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने आज संज्ञान लिया है।

इस मामले पर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने गहरी नाराजगी जताई है। आज कोर्ट ने पूछा कि स्कूल के क्लास रूम में बीयर की बॉटल कैसे पहुंची? इतना ही नहीं स्कूलों में स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर भी अदालत ने सवाल उठाए हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 24 सितंबर को होगी।

दरअसल, बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लाक के एक सरकारी स्कूल में दो दिन पूर्व छात्राओं ने जन्मदिन पर क्लास रूम के अंदर बीयर पार्टी की थी। जानकारी के मुताबिक मस्तूरी क्षेत्र के भटचौरा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल की 12वीं कक्षा की एक छात्रा का बर्थडे था। इस मौके पर उसने अपनी सहेलियों को स्कूल में ही पार्टी दी।उसने क्लासरूम को बाकायता पार्टी हॉल बना दिया।

छात्राओं ने बीयर और खाने-पीने का सामान मंगाया। उसके बाद सभी लड़कियों ने जमकर जाम छलकाए।कुछ लड़कियों ने इस पार्टी की तस्वीरें भी खीच लीं। लड़कियों ने इस पार्टी की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया। सोशल मीडिया पर अपलोड होते ही ये तस्वीरें काफी वायरल हो गई थी।इतना ही नहीं उन्होंने बाकायदा इस बीयर पार्टी की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिए। तस्वीरें जब वायरल हुई तो टीचर और पैरेंट्स के होश ही उड़ गए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इस पूरे मामले की शिकायत शिक्षा अधिकारियों से की।

हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि स्कूल के क्लास रूम में कैसे पहुंची बीयर की बॉटल..? चीफ जस्टिस ने मामले की सुनवाई करते हुए पूछा कि छात्राओं के हॉस्टल में शराब की बोतल कैसे आई। तब सरकारी अधिवक्ता ने जवाब दिया कि यह स्कूल था, बैग में लेकर आए होंगे…! तब चीफ जस्टिस ने कहा कि स्कूल में शराब की बोतले पहुंच गई, इसकी कोई चेकिंग नहीं होती क्या..? कल को यदि कोई विस्फोटक पदार्थ या फिर आर्म्स लेकर चला जाए तो क्या होगा..? क्या हमारे समय स्कूलों में हमारे बैगों की चेकिंग नहीं होती थी? बच्चे स्कूल में बैग में कापी–किताब ही लेकर तो जाएंगे, इनके टीचर क्लासरूम में बैग की चेकिंग तो कर सकते हैं। चीफ जस्टिस ने पूछा कि यदि कोई विद्यार्थी चाकू–छुरी लेकर चले जाए और दूसरे छात्र को चाकू– छुरी मार दे तो क्या होगा?

राज्य सरकार को जवाब देने के लिए समय देते हुए चीफ जस्टिस ने अगली पेशी 24 सितंबर की तय की है।

(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा

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