Uttar Pradesh

बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की मां का भैरवघाट में हुआ अंतिम संस्कार

बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की मां का भैरवघाट में हुआ अंतिम संस्कार
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की मां का भैरवघाट में हुआ अंतिम संस्कार

— उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक समेत कई नेता पहुंचे श्रद्धांजलि देने

कानपुर, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव, कांग्रेस से राज्य सभा सांसद और बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की मां शान्ति शुक्ला का अंतिम संस्कार शुक्रवार को शहर के भैरव घाट पर पूरे धार्मिक अनुष्ठान के बीच किया गया। इससे पहले उनको श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला उनके निज निवास दर्शन पुरवा में जारी रहा। प्रदेश के उप मुख्यमन्त्री बृजेश पाठक ने राजीव शुक्ला की माता के अंतिम दर्शन किए और उनके वरष्ठि व कनिष्ठ पुत्रों दिलीप व सुधीर शुक्ला को परिजनों समेत ढांढस बंधाया। वहीं मृतका को श्रद्धांजली देने वालों में शहर के सांसद, विधायक पूर्व मन्त्री , विधान परिषद के सदस्य शामिल रहे।शहर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार भी मृतका के अंतिम दर्शन करने के लिए दर्शन पुरवा स्थित उनके घर पहुंचे।

बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की 101 वर्षीय माता शान्ति शुक्ला बीते काफी दिनों से बीमार थी और दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। गुरुवार को उन्होंने सांसद पुत्र राजीव शुक्ला के दिल्ली स्थित निवास पर अंतिम सांस ली थी और सुबह उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से कानपुर पहुंचा। अपने पीछे तीन पुत्रों को छोडकर स्वर्ग सिधारी शान्ति शुक्ला लम्बे समय से अपने छोटे बेटे सुधीर शुक्ला के परिवार की देख रेख में भी रह रहीं थी। राजीव शुक्ला शुक्रवार को नई दिल्ली से चार्टर प्लेन से परिवार समेत अंतिम संस्कार में शामिल होने शहर पहुंचे। वहीं उनके आवास पर सुबह से ही कई गणमान्य लोग अपनी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सांसद रमेश अवस्थी, विधायकों समेत शहर के कई बड़े नेताओं व पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके घर जाकर सांत्वना दी। राजीव शुक्ला की मां शांति शुक्ला पिछले कई साल से गैंग्रीन नामक बीमारी से पीड़ित थी। भैरोघाट में अंतिम संस्कार उनके छोटे भाई सुधीर शुक्ला ने किया। इस दौरान उनके बड़े भाई दिलीप शुक्ला व भतीजे आदि सभी परिवार के लोग मौजूद रहे। वहीं उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए यूपीसीए के सभी पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह

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