Assam

बाक्सा सम्मेलन कृषि नवाचार और सहकारी विकास को बढ़ावा देगा

बक्सा सम्मेलन कृषि नवाचार और सहकारी विकास को बढ़ावा देता है।
बक्सा सम्मेलन कृषि नवाचार और सहकारी विकास को बढ़ावा देता है।
बक्सा सम्मेलन कृषि नवाचार और सहकारी विकास को बढ़ावा देता है।
बक्सा सम्मेलन कृषि नवाचार और सहकारी विकास को बढ़ावा देता है।

बाक्सा (असम), 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मैं प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) से आग्रह करता हूं कि वे राशन वितरण से आगे बढ़कर अपना ध्यान केंद्रित करें। ये बातें बाक्सा जिला न्यायालय के सामने बाथौफुरी फुटबॉल मैदान में आज आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन सह प्रदर्शनी के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीटीसीएलए के अध्यक्ष कातीराम बोडो ने कही। उन्होंने बागवानी और जलीय कृषि जैसे नए उपक्रमों की खोज को प्रोत्साहित किया और बीटीआर सीईएम प्रमोद बोडो के नेतृत्व में क्षेत्र की व्यापक विकास रणनीति पर जोर दिया, प्रतिभागियों से विशेषज्ञों की अंतर्दृष्टि के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने का आह्वान किया।

उकील मुसाहारी, ईएम कोऑपरेशन ने महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की सराहना की और कौशल विकास के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने सक्रिय समितियों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और सदस्यों से उपलब्ध सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया।

राकेश ब्रह्मा, ईएम मत्स्य, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा ने वित्तीय स्थिरता के लिए वैज्ञानिक पद्धति से सुअर पालन की क्षमता पर चर्चा की तथा समाज के सदस्यों को महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया। केवीके बाक्सा के विषय विशेषज्ञ डॉ. देबजीत डेका ने पशुपालन की आय-सृजन क्षमता पर विस्तार से चर्चा की तथा किसानों को अपने अभ्यास को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

सीएचडी कोऑपरेशन के जयंता खेरकटारी ने मोती उत्पादन और बागवानी पहलों सहित केंद्रीय योजनाओं के सक्रिय कार्यान्वयन पर अपडेट साझा किए। डॉ. धृतिरंजन रॉय, एडीओ बाक्सा ने सहकारी सदस्यों के लिए मक्का उत्पादन और बीज की खेती के माध्यम से स्थानीय फ़ीड मांगों को पूरा करने के अवसर पर जोर दिया।

असम पर्ल डेवलपमेंट कोऑपरेटिव सोसाइटी के उपाध्यक्ष रूलेन हजारिका ने मोतियों के बढ़ते बाजार पर प्रकाश डाला। प्रसिद्ध किसान और उद्यमी अकबर अली अहमद ने ड्रैगन फ्रूट, मौसंबी और माल्टा की खेती के अपने अनुभव साझा किए, और किसानों को बेहतर पैदावार के लिए प्रशिक्षण लेने के लिए प्रोत्साहित किया। एसबीआई आरएसईटीआई, बाक्सा के सुनील ब्रह्म ने सिलाई और बकरी पालन सहित उपलब्ध विभिन्न निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ. नवनीता पाठक, डीआरसीएस बाक्सा ने सभी उपस्थित लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया।

दिन भर चले सम्मेलन में सरनबिल सहकारी समिति को 1 हजार मसल्स का औपचारिक वितरण, चार सहकारी समितियों को प्रिंटर-सह-फोटोकॉपी मशीनें प्रदान करना, तथा विभिन्न सहकारी समितियों के उत्पादों, जिनमें जैविक सामान, हस्तशिल्प और खाद्य पदार्थ शामिल थे, को प्रदर्शित करने वाले दस स्टालों का आयोजन किया गया।

(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा

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