कुल्लू, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) ।कुल्लू दशहरा उत्सव अक्टूबर माह में मनाया जाएगा। तीन माह पूर्व ही अधिकारियों को दशहरा उत्सव के आयोजन के लिए व्यस्त कर देना न्यायसंगत नहीं है। पिछले साल और इस साल में ऐसा क्या हुआ या होने वाला है जोकि 3 माह पूर्व ही तैयारियां शुरू कर दी गई। जबकि पता चला है कि हर साल कमाने वाली दशहरा उत्सव समिति पिछले साल घाटे में चली गई।
बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कुल्लू दशहरा की बैठक शनिवार को 3 बजे रखी गई। विधायक के तौर पर उन्हें और आनी के विधायक लोकेंद्र को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया लेकिन ऐसी क्या मजबूरी है कि तीन माह पूर्व ही बैठक बुला ली गई। दशहरा आयोजन के लिए किसका स्वार्थ जुड़ा हुआ है यह कुल्लू की जनता जानना चाहती है।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पहले ही कार्य लंबित पड़े हैं। आम जनमानस सरकार की तरफ देख रहा है कि लंबित पड़े कार्य कब पूर्ण होंगे।
हाल ही में मनाली के समीप पलचान में घर बह गए। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। होना तो यह चाहिए था कि सरकार व प्रशासन वहां पहुंचकर प्रभावितों का दुखदर्द सुनता। इस समय उन्हें राहत की आवश्यकता थी।
विधायक शौरी ने कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान का एक साल बीत जाने के बाद भी ठीक से सर्वे नहीं हो पाया है। सड़कें अभी तक ठीक नहीं हो पाई हैं। किसान बागवान अपने उत्पाद मार्किट तक पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग देख रहे हैं जिनकी तरफ सरकार का ध्यान नहीं है।
विधायक ने कहा कि भूतनाथ पुल के शुरू करते समय सीपीएस द्वारा कहा गया था कि 3 माह बाद बड़े वाहन चलेंगे लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी ऐसा नहीं हुआ। भुंतर पुल की हालत भी खराब है। पुल की ठीक से मुरम्मत तक नहीं कर पाए। जिस कारण जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शौरी ने कहा कि दशहरा की बैठक समय पर हो तो हम भी सरकार के साथ दशहरा उत्सव के सफल आयोजन के लिए खड़े रहेंगे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / जसपाल सिंह शुक्ला