कोलकाता, 12 दिसंबर (Udaipur Kiran) । इस वर्ष 16 दिसंबर को कोलकाता में आयोजित होने वाले विजय दिवस समारोह में बांग्लादेश के एक प्रतिनिधिमंडल के शामिल होने की संभावना है। रक्षा मंत्रालय के सीपीआरओ विंग कमांडर हिमांशु तिवारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।तिवारी ने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश के मुक्ति योद्धा भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि प्रतिनिधिमंडल का आकार या मुक्ति योद्धाओं की संख्या कितनी होगी।हर वर्ष भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड द्वारा विजय दिवस मनाया जाता है। यह दिन 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत और बांग्लादेश की आजादी को चिह्नित करता है। इस युद्ध में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी ने मिलकर पाकिस्तान की सेना को हराया था।इससे पहले छह दिसंबर को कार्यक्रम के कर्टन रेज़र इवेंट में बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल के शामिल होने की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अगर इस बार बांग्लादेश का प्रतिनिधिमंडल नहीं आता है तो यह अभूतपूर्व होगा, क्योंकि ऐसे प्रतिनिधिमंडल पहले भी कोविड महामारी के समय और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की सरकार के दौरान भी समारोह में शामिल होते रहे हैं।उल्लेखनीय है कि 1971 के युद्ध में 1,668 भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। यह युद्ध मात्र 13 दिनों तक चला और 16 दिसंबर 1971 को 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा आत्मसमर्पण था। भारतीय सेना ने जनवरी 1972 से बांग्लादेश से वापसी शुरू कर दी थी और तीन महीने में इसे पूरा कर लिया गया। बांग्लादेश हर वर्ष दिसंबर को विजय मास के रूप में मनाता है। हालांकि इस वर्ष वहां की राजनीतिक स्थिति के कारण इन समारोहों को कम महत्वपूर्ण रखा गया है।————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर