वाराणसी, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । यूपी-एटीएस ने मंगलवार देर रात सारनाथ चौक स्थित बरईपुर इलाके से एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। वह फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर पिछले 15 वर्षों से भारत में रह रहा था। उसके पास से जॉली पासपोर्ट, आधार, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। उसकी पहचान बांग्लादेश के बंदरवन जिले के नायककपारा रूमा निवासी होल मोंग सिंग मार्मा के रूप में हुई है, जो भारत में मोंग फ्रू मोग के नाम से रह रहा था।
यूपी-एटीएस की वाराणसी इकाई को सूचना मिली थी कि मोंग फ्रू मोग नामक व्यक्ति बांग्लादेशी नागरिक है और वह फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए वाराणसी में अवैध रूप से रह रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद एटीएस टीम ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराया और स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। सारनाथ एसीपी डॉ. अतुल अंजन त्रिपाठी ने मीडियाकर्मियों को बताया कि आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और आज उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह वर्ष 2010 में अवैध रूप से मिज़ोरम के रास्ते भारत आया था। यहां एक गिरोह की मदद से उसने फर्जी भारतीय पासपोर्ट, आधार और पैन कार्ड बनवा लिए। इसके बाद वह असम और बिहार होते हुए सारनाथ पहुंचा और एक बौद्ध मंदिर में हेल्पर के रूप में काम करने लगा। यहीं के पते पर उसने आधार कार्ड बनवाया। कुछ समय बाद मंदिर की नौकरी छोड़कर वह सारनाथ म्यूजियम के पास स्थित एक हैंडीक्राफ्ट दुकान में 15,000 रुपये मासिक वेतन पर काम करने लगा। वर्ष 2019 में म्यांमार से आए एक पर्यटक दल की एक युवती से उसकी मित्रता हुई, जो बाद में शादी में बदल गई। शादी के बाद वह म्यांमार गया और वहीं विवाह रचाया। वर्तमान में उसकी पत्नी म्यांमार में ही रह रही है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
