Chhattisgarh

बलरामपुर : आसमान से बरस रही आग गर्म हवाओं के थपेड़े ने किया परेशान

बलरामपुर जिले में गर्मी का सितम।

बलरामपुर, 19 मई (Udaipur Kiran) । इन दिनों सूर्य की तल्ख किरणें मानो आसमान से आग बरसा रही है। जैसे-जैसे दिन चढ़ता है, गर्मी प्रचंड रूप लेती जाती है। दोपहर के समय तो बाहर निकलने पर गर्म हवाओं के थपेड़े जनमानस को झुलसा रहे हैं। भीषण गर्मी के चलते सड़के तवे की तरह तप रही है। झुलसाती गर्मी में आसमान से आग बरसने का एहसास हो रहा है जिससे लोगों के हाल बेहाल हो रहे हैं। गर्म हवा के थपेड़ों के बीच लू लगने की आशंका बढ़ गई है।

अंचल सहित जिले भर में भीषण गर्मी का सिलसिला जारी है। दिन निकलने के घंटे दो घंटे बाद सूर्य आग उगलता हुआ सा नजर आता है। सुबह 10 बजे से सड़के तपने लगती हैं। चिलचिलाती धूप होने से दिन भर तपिश का अहसास बना रहता है। वातावरण में उमस व गर्म बनी रहने से पंखे भी गर्म हवा फेक रहे हैं। जरूरी काम से घरों से बाहर निकले लोगों को गर्म हवा के थपेड़ों से परेशानी महसूस हो रही है। एक सप्ताह से पड़ रही प्रचंड गर्मी से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। मई माह में आग बरसती तेज धूप और भट्टी की तरह तपती गर्म हवा के असर से हर कोई हलाकान हो गया है और लोग अभी से ही बेचौनी

महसूस करने लगे है।

इस साल तपाएगा नौतपा

जानकारों के अनुसार, इस साल नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह अवधि नौ दिनों तक चलेगी और इसका समापन 8 जून को होगा, जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। वैसे तो नौतपा के शुरुआती 9 दिन सबसे गरम होते हैं, लेकिन ये 15 दिन की अवधि होती है, जिसमें सबसे अधिक भीषण गर्मी पड़ती है। यह नौ दिन प्रकृति के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है। क्योंकि इस दौरान धरती सूर्य की तेज ऊष्मा को अवशोषित करती है, जो आगे चलकर मानसून के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करती है।

तय समय पर रहेगा मानसून

मौसम विभाग के अनुसार, इस साल मानसून 18 जून तक प्रदेश में दस्तक दे सकता है। इससे पहले हो रही तमाम बारिश प्री-मानसून का एक रूप है। दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ते हुए दक्षिण अरब सागर, मालदीव के कुछ भाग, कोमरान क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर तक पहुंचेगा। मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां फिलहाल अनुकूल बनी हुई हैं।

रामानुजगंज सीएचसी के एमओ शाकिंदर गुप्ता ने साेमवार काे बताया कि, अत्यधिक गर्मी में लू (तापघात) की संभावना जानलेवा हो सकती है। लू से बचाव के लिए धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीला सूती वस्त्रो का प्रयोग करें। भोजन करके एवं पानी पीकर ही बाहर निकले। गर्मी के मौसम में कान व सिर को गमछे या तौलिए से ढककर ही धूप में निकले। रंगीन चश्में व छतरी का प्रयोग करें। गर्मी में हमेशा पानी अधिक मात्रा में पिए एवं पेय पदार्थों का अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करें।

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(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय

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