
जम्मू, 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बाली भगत ने पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा की गई टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है, जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर हमले में 28 हिंदू पर्यटकों की जान चली गई थी। इस जघन्य कृत्य पर गहरी पीड़ा और गुस्सा व्यक्त करते हुए, बाली भगत ने कहा कि सुरक्षा में चूक हो सकती है लेकिन ऐसे हमलों की गंभीरता को कम आंकना या राष्ट्रीय सुरक्षा का राजनीतिकरण करना अस्वीकार्य है। उन्होंने स्वीकार किया यह वास्तव में सुरक्षा में चूक है, लेकिन असली सवाल यह है कि निर्दोष लोग कब तक आतंक के साये में जीते रहेंगे? हमें और कितने साल इस खून-खराबे को बर्दाश्त करना होगा?
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा हम ऐसा जम्मू-कश्मीर देखना चाहते हैं, जहां लोग 1989 से पहले की तरह बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से घूम सकें। यह सुनिश्चित करने के लिए हमें न केवल आतंकवादियों को मारना चाहिए, बल्कि उनकी विचारधारा और उन्हें जन्म देने वाले आधारों को भी खत्म करना चाहिए।
भगत ने मांग की कि सीमा पार चल रही आतंकवाद की फैक्ट्री को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान आतंक के निर्यात का केंद्र बन गया है। दुनिया को यह समझना चाहिए कि यह केवल भारत की समस्या नहीं है – यह एक वैश्विक खतरा है। पाकिस्तान को अलग-थलग करने और इस खतरे को धरती से मिटाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि भारत के 140 करोड़ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके निर्णायक नेतृत्व के साथ मजबूती से खड़े हैं। इस मुद्दे को हमेशा के लिए सुलझाने के लिए पूरे देश में भावना बढ़ रही है। भारत कमजोर नहीं है, और जब हमारे निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया जाएगा तो हम चुप नहीं रहेंगे। पूर्व मंत्री ने सभी राजनीतिक नेताओं से गैर-जिम्मेदाराना बयान देने से बचने का भी आह्वान किया, जिससे सुरक्षा बलों का मनोबल गिरे या दुश्मन के दुष्प्रचार को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा यह समय एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होने और एक स्वर से आतंकवाद से लड़ने का है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
