
– विविध सांस्कृतिक गतिविधि व खेल-कूद प्रतियोगिताओं का भी हुआ आयोजन
बालाघाट, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । बालाघाट जिले में स्थित 123वीं बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में बुधवार को सीआरपीएफ के 35वें स्थापना दिवस का कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। कमाण्डेंट 123वीं बटालियन तेजिन्दर कौर के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में वाहिनी में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसके तहत वाहिनी की दूर-दराज इलाकों में तैनात कम्पनियों में परस्पर वॉलीबाल मैच आयोजित किए गए।
इस अवसर पर विजेता तथा उपविजेता टीमों को पुरस्कृत भी किया गया। इसके साथ ही संध्याकाल में जवानों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वाहिनी के प्रतिभावान जवानों द्वारा विविध प्रकार के नृत्य, गायन, वादन व व्यंग्य विधाओं पर शानदार प्रस्तुतियां दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले जवानों को कमांडेंट तेजिन्दर कौर द्वारा पुरष्कृत भी किया गया। इस अवसर पर सभी आगंतुकों व जवानों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईजी संजय कुमार, एसपी नागेन्द्र सिंह, कमाण्डेंट 113 बटालियन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल जसवीर सिंह, कपिंग गिल कमाण्डेंट 7 बटालियन, प्रमोद चौधरी द्वितीय कमान अधिकारी 208 कोबरा बटालियन, शियाज केएम कमाण्डेंट हॉक फोर्स व डॉ. मनोज पाण्डे उपस्थित रहे।
09 अप्रैल शौर्य दिवस के रूप में मनाए जाने का कारण
कार्यक्रम के दौरान कमाण्डेन्ट तेजिन्दर कौर ने अपने उद्बोधन में शौर्य दिवस की गाथा सुनाते हुए कहा कि सीआरपीएफ के स्थापना दिवस का यह दिन बहुत ही खास है। उन्होंने कहा कि 09 अप्रैल 1965 को पाकिस्तान की पूरी ब्रिगेड द्वारा गुजरात के कच्छ के रण में सरदार व टाक पोस्ट पर तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की छोटी सी टुकड़ी पर भारी हथियारों के साथ हमला किया था। लेकिन हमारे बल की छोटी सी टुकड़ी द्वारा अदम्य साहस का परिचय देते हुए कड़ा प्रतिरोध करते हुए शत्रु सेना के 34 जवानों को मार गिराया व चार को जिंदा पकड़ लिया गया। इस भीषण युद्ध में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 8 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था, इसलिए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल प्रतिवर्ष 09 अप्रैल को ‘शौर्य दिवस’ के रूप में मनाता है।
(Udaipur Kiran) तोमर
