आढ़तियों को गेहूं व धान पर पूरा कमीशन ना देने और काफी अनाज पर से आढ़त खत्म करने पर नाराजगी
हिसार, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व एवं हरियाणा कॉन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने आरोप लगाया है कि सरकार मंडियों को बर्बाद करके किसानों व आढ़तियों का भाईचारा खराब करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि गेहूं व धान पर पूरा कमीशन ना देने और काफी अनाज पर से आढ़त खत्म करने से आढ़तियों में भारी नाराजगी है।
बजरंग गर्ग ने रविवार को हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में जारी पत्र का हवाला देते हुए कहा कि आढ़तियों को साल 2023-24 को धान का कमीशन 55 रुपए देने की बात कही है। इस पत्र में गेहूं का कमीशन जो आढ़तियों को 45.88 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है, उसका कमीशन बढ़ाने का सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चुनाव के समय घोषणा की थी कि चुनाव के बाद आढ़तियों को पहले की तरह 2.5 प्रतिशत पूरा कमीशन दिया जाएगा जबकि धान पर आढ़तियों का 58 रुपए व गेंहू पर 60.62 रुपए कमीशन बनता है। सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार धान, गेहूं के साथ-साथ हर अनाज खरीद पर आढ़तियों को पूरा 2.5 कमीशन देना चाहिए।
बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार नरमा, सरसों, सूरजमुखी, मूंग, चना आदि पर तो कोई कमीशन आढ़तियों को नहीं दे रही है। सरकार जो भी अनाज की खरीद करें हर अनाज पर पहले की तरह आढ़तियों को आढ़त देनी चाहिए। सरकार आढ़तियों को अनाज खरीद पर कमीशन नहीं देगी तो आढ़ती मंडी में दुकान करके क्या करेगा। सरकार द्वारा आढ़तियों को गेहूं व धान पर पूरा कमीशन ना देने और काफी अनाज पर से आढ़त खत्म करने पर बड़ी भारी नाराजगी है जबकि आढ़ती व किसान का चोली-दामन का साथ है। हरियाणा में बैंक तो सिर्फ 6 घंटे काम करता है लेकिन व्यापारी तो 24 घंटे का एटीएम है। सरकार मंडियां बर्बाद करके किसान व आढ़तियों का भाईचारा खराब करने में लगी हुई है। सरकार के पास किसान की फसल खरीद करने के लिए ना तो सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों की पूरी व्यवस्था है ना ही अनाज लगाने के लिए सरकारी गोदाम में पूरी क्षमता है। अगर मंडी के आढ़ती व प्राइवेट गोदाम ना हो तो अनाज की समय पर ना ही खरीद हो सकती है ना ही गोदाम में अनाज लग सकता है। सरकार को किसान व आढ़तियों के हित में हर अनाज की खरीद मंडी के माध्यम से करनी चाहिए।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर