
जम्मू, 13 अप्रैल (Udaipur Kiran) । ऐतिहासिक जिया पोटा घाट पर आज बैसाखी मेले का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस मेले ने सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिकता का शानदार संगम प्रस्तुत किया। शाम को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में डोगरी और पंजाबी लोक नृत्य व गीत प्रस्तुत किए गए, जिनके बाद संध्या आरती ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अखनूर के विधायक मोहन लाल भगत जी ने उपस्थित होकर जनता को बैसाखी की शुभकामनाएं दीं और प्रशासन तथा पर्यटन विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा बैसाखी केवल फसल कटाई का पर्व नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपराओं और एकता का प्रतीक है। एसडीएम अखनूर मुख्तार अहमद, डीडीसी सदस्य भूषण बरेल, पर्यटन अधिकारी राजेश रैना, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दीपेश सिंह, पूर्व पार्षद राकेश मल्होत्रा, तथा कई पूर्व सरपंच व पंच इस आयोजन में शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन राबिया खजूरिया और मोहन सिंह जम्वाल ने किया। सुबह से ही लोगों ने पवित्र चिनाब नदी में स्नान किया और जिया पोटा मंदिर में पूजा अर्चना की। स्वामी परमेश्वर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। खाने-पीने और खरीदारी के लिए लगाए गए स्टाल्स ने मेले की रौनक बढ़ाई। इस कार्यक्रम का आयोजन निदेशक पर्यटन विकास गुप्ता और संयुक्त निदेशक एजाज कैसर की देखरेख में किया गया। उप-मंडल प्रशासन अखनूर की ओर से की गई व्यवस्थाएं सराहनीय रहीं। एसडीआरएफ, पुलिस और अग्नि शमन विभाग के कर्मी पूरी तरह मुस्तैद और सतर्क नजर आए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
