HEADLINES

बड़ा बाजार अग्निकांड: होटल में रखा गया था ज्वलनशील पदार्थः ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए दो-दो लाख की सहायता का किया ऐलान

कलकाता, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कोलकाता के बड़ा बाजार स्थित मछुआ फलपट्टी इलाके में एक होटल में मंगलवार रात लगी भीषण आग में 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे बेहद दुखद बताते हुए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपये की मुआवज़े की भी घोषणा की । उन्होंने कहा कि जिस होटल में आग लगी, वहां बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ जमा था, जिससे आग तेजी से फैली।

मुख्यमंत्री इन दिनों अक्षय तृतीया के अवसर पर दीघा में हैं, लेकिन उन्होंने घटना के बाद से ही स्थिति पर लगातार नजर रखी। बुधवार सुबह उन्होंने कहा कि होटल में रखे गए ज्वलनशील पदार्थों के कारण ही यह त्रासदी घटी। मैंने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस और दमकल विभाग की तत्परता से 99 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिसमें स्थानीय लोगों की भी अहम भूमिका रही। उधर तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी इस हादसे पर शोक जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने बताया कि घटना की गहराई से जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई डीसी सेंट्रल कर रहे हैं। 11 सदस्यीय टीम ने जांच शुरू कर दी है। साथ ही बुधवार को फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच करेगी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आग कैसे लगी। किन कारणों से समय रहते लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सका और क्या होटल प्रबंधन की ओर से कोई लापरवाही हुई थी।

पुलिस के मुताबिक इस अग्निकांड में जिन 14 लोगों की जान गई, उनमें 11 पुरुष, एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं। अब तक आठ शवों की शिनाख्त हो चुकी है, बाकी की पहचान की प्रक्रिया जारी है। वहीं इस हादसे में 13 लोग झुलसे हैं। जिनमें 12 को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि एक का इलाज जारी है।

—–

भाजपा में ममता पर साधा निशाना

घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हादसे का मुख्य कारण होटल में अग्निशमन के पर्याप्त इंतज़ाम न होना है। जब यह त्रासदी हुई, तब पूरी राज्य सरकार छुट्टियां मनाने दिघा में थी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

Most Popular

To Top