
खंडवा, 10 मार्च (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में शिक्षा विभाग में पदस्थ बाबू ने साेमवार सुबह अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। सूचना पर रामेश्वर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुलाया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में पदस्थ बाबू करन ग्रोवर (42) ने डाइट कॉलेज परिसर स्थित सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाई है। जहां वे परिवार के साथ रहते थे। चौकी प्रभारी सुभाष नावड़े ने बताया कि मामला आत्महत्या का है। करण ग्रोवर का शव उनके कमरे मिला। सोमवार सुबह नाै बजे की यह घटना है। करण सुबह 6 बजे सोकर उठे और पत्नी से कहा कि वह मॉर्निंग वॉक पर जा रहे हैं। करण मॉर्निंग वॉक पर जाने की बजाय अपने कमरे में गए और रस्सी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। इस दौरान घर में पत्नी और बेटी दूसरे कमरे में सो रहे थे। जब पत्नी सो कर उठी तो उसके होश उड़ गए और तत्काल जेठ को फोन कर सूचना दी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, तब शव को फंदे से उतारा गया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
वहीं चौकी प्रभारी सुभाष नावड़े, एएसआई दिनेश कुमरावत, फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने मौके पर छानबीन की। लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हो पाया। पुलिस को एक लैटर हाथ लगा है। इस लैटर में करण ग्रोवर ने इस बात का जिक्र कर रखा है कि वह ऑफिस वर्क से परेशान है, काम का काफी दबाव है। उक्त लैटर जिला शिक्षा अधिकारी प्यारसिंह सोलंकी को लिखा गया था। फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, मौत के कारणों का पता जांच उपरांत ही लग पाएगा। करण ग्रोवर के पिता राजेंद्र ग्रोवर नेहरू स्कूल में कॉमर्स विषय के टीचर थे। उनके निधन के बाद करण को शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। यहां कार्य करते हुए उन्हें 10 साल से ज्यादा हो गए है। इधर, पत्नी प्रेमप्रीत कौर नगर निगम की योजना सेल में कर्मचारी है। परिवार में 9 साल की बेटी और दो साल का बेटा है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
