उदयपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को केवल दलितों को समानता दिलाने एवं संविधान निर्माता के रूप में ही नहीं जाना जाता उन्हें एक अच्छे अर्थशास्त्री राजनीतिज्ञ, सामाजिक सुधारक, शिक्षाविद, कानून विद के साथ-साथ सच्चे राष्ट्रभक्त के रूप में भी जाना जाता है। यह विचार रविवार को मोहनलाल सुखाड़िया रंगमंच टाउन हॉल उदयपुर में बाबा साहब जन चेतना मिशन द्वारा डॉक्टर अंबेडकर के विचारों पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने व्यक्त किए।
किशोर मकवाना ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के विचार हमें स्वतंत्रता समानता बंधुत्व सीखाता है। उन्होंने भारतीय समाज में वर्ण व्यवस्था, जाति प्रथा अश्पृश्यता को दूर करने के लिए किए गए प्रयास के बारे में बताया। उन्होंने जाति प्रथा, हिंदू समाज की मान्यताओं में परिवर्तन तथा नारी की गरिमा के क्षेत्र में किए कार्यों के बारे में बताया। मकवाना ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर का जीवन कठिन होते हुए भी उन्होंने देश एवं समाज के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया। बचपन में जातिवाद का दंश झेला फिर भी उन्होंने सर्व समाज को संगठित करने के लिए छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई और दलित समाज को उन्होंने शिक्षा का मूल मंत्र दिया। उन्होंने मिशन दोबारा अंबेडकर के विचारो को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से नई पीढ़ी को बाबा साहब के विचारों की जानकारी मिलेगी।
इस अवसर पर कृष्ण शह विद्यार्थी महाराज, संस्थापक, वाल्मीकि मंदिर नई दिल्ली, विनोद कुमार, प्रदेश संयोजक अंबेडकर मिशन, डॉक्टर टीसी डामोर सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक, डॉक्टर नम्रता यादव असिस्टेंट प्रोफेसर मीरा गर्ल्स कॉलेज, राम प्रताप महाराज उदयपुर सहित प्रदेश के सभी हिस्सों से पधारे बाबा साहब जन चेतना मिशन से जुड़े पदाधिकारियो ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय