
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अंबेडकर की जयंती पर बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि की
भाेपाल, 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस दाैरान उन्हाेंने नगर निगम द्वारा स्थापित सार्वजनिक प्याऊ का शुभारंभ किया। संविधान को नमन कर अजा मोर्चा द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज बाबा साहब अंबेडकर की जयंती हम सभी के लिए अत्यंत महत्वूपर्ण है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए बाबा साहब की जयंती सिर्फ 14 अप्रैल तक सीमित नहीं रहती बल्कि ये अखिल भारतीय स्तर के कार्यक्रमों में शामिल है और बूथ-बूथ पर पार्टी कार्यकर्ता डॉ. अंबेडकर की जयंती मनाते हैं। डॉ. अंबेडकर एक विजनरी नेता थे और उन्होंने अपने बड़े मन से देश की एकता-अखंडता के लिए काम करते हुए संविधान के माध्यम से देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया।
वीडी शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने देश में 55 वर्षों तक शासन किया। कांग्रेस ने अपने नेताओं को तो सम्मान दिया, लेकिन बाबा साहब अंबेडकर को सम्मान देने के स्थान पर उनका अपमान किया और चुनाव हराने का काम किया। पहली बार अटलजी के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार ने यह कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। वीडी शर्मा ने कहा कि देश की आजादी के बाद जब पं. जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में पहली सरकार बनी, तो पं. नेहरू ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 लगाने का प्रावधान हमारे संविधान में कर दिया। इसमें ये प्रावधान था कि जम्मू-कश्मीर का संविधान अलग होगा, वहां का प्रधानमंत्री अलग होगा और वहां का झंडा भी अलग होगा। इसके साथ ही इसमें यह भी प्रावधान भी था कि अगर किसी सफाईकर्मी का बच्चा योग्य भी है, तब भी वह कुछ और नहीं बन सकेगा, उसे अपना परंपरागत व्यवसाय ही करना होगा। इस भेदभाव का डॉ. अंबेडकर ने पुरजोर विरोध किया। देश की आजादी के बाद 75 वर्षों तक किसी ने इस भेदभाव की चिंता नहीं की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर दलित भाई-बहनों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म किया और उन्हें अधिकार प्रदान किए।
बाबा साहब ने किया कांग्रेस के एजेंडे का विरोध
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो वंचितों को उनके अधिकार दिलाने के लिए धारा 370 हटाई, लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने 75 बार संविधान में संशोधन किए। कांग्रेस के लोग संविधान में धर्म निरपेक्ष शब्द जोड़ना चाहते थे। वो संविधान में समाजवाद शब्द जोड़ना चाहते थे। लेकिन बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान सभा में इसे नकार दिया था। कांग्रेस पार्टी अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो तथा तुष्टीकरण की भावना को संविधान में लाना चाहती थी। कांग्रेस के इन प्रयासों का विरोध करते हुए बाबा साहब ने कहा था कि मैं कम्युनिज्म में विश्वास नहीं करता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा साहब के विचारों को जमीन पर उतार रहे हैं।
बाबा साहब के विचारों को जमीन पर उतारने का संकल्प लें
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि बाबा साहब ने मध्यप्रदेश की धरती महू में जन्म लिया था। भाजपा की सरकारों ने बाबा साहब के जन्म स्थान पर भव्य स्मारक का निर्माण कराया और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा से लेकर शिवराजसिंह चौहान और डॉ. मोहन यादव तक बाबा साहब को नमन करने के लिए वहां जाते रहे हैं। भाजपा की केंद्र सरकार ने नागपुर स्थित चैतन्य भूमि समेत उनके जीवन से जुड़े पंच तीर्थों का विकास किया है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारें रहीं, लेकिन मैं ये पूछना चाहता हूं कि झूठ और छल-कपट की राजनीति करने वालों, तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के मन में कभी ये विचार नहीं आया? वीडी शर्मा ने कहा कि बाबा साहब के विचार संपूर्ण भारत के विकास के लिए थे। आज उनकी जयंती पर हम सभी ये संकल्प लें कि उनके विचारों को व्यवहारिक रूप में जमीन पर उतारने के लिए काम करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
