Madhya Pradesh

उज्जैन: छ: स्वरूपों में दर्शन दिए बाबा महाकाल

बाबा महाकाल ने छह स्वरूप में दिए दर्शन

उज्जैन, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्रावण-भादौ मास के छटे सोमवार को बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकले और छ: स्वरूप में दर्शन दिए। पालकी में चंद्रमौलेश्वर,गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद तथा घटाटोप मुखारविंद विराजित थे।

पालकी अपरांह 4 बजे पूजन पश्चात नगर भ्रमण पर निकली। कलेक्टर सह महाकाल मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष नीरजकुमार सिंह ने बताया कि सोमवार अपरांह कोटितीर्थ परिसर स्थित सभा मण्डप में बाबा महाकाल का पूजन,अभिषेक हुआ। पश्चात पालकी में भगवान का चंद्रमौलेश्वर स्वरूप विराजीत करके मुख्य द्वार पर पालकी लाई गई। यहां पर परंपरानुसार सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भगवान को गार्ड ऑव ऑनर दिया गया। यहां से पुलिस बैण्ड की सुमधुर धुन पर बाबा नगर भ्रमण पर निकले। बैतूल से आया जनजातीय कलाकारों का दल आकर्षक प्रस्तुति दी रहा था। पालकी के गजराज पर मन महेश,गरूड़ रथ पर शिव तांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट का मुखारविंद तथा घटाटोप मुखारविंद विराजित थे।

सवारी कोट मौहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार,कहारवाड़ी होकर रामघाट पहुंची। पूरे मार्ग पर भक्तों द्वारा गुलाब के फूलों की पंखुरियों से जमकर वर्षा कर बाबा की अगवानी की गई। मार्ग में रंगोली भी बनाई गई थी। पालकी जब रामघाट पहुंची तो परंपरानुसार यहां पर मां शिप्रा का पूजन किया गया। वहीं बाबा महाकाल का मां शिप्रा के जल से अभिषेक किया गया। यहां से पालकी पुन: मंदिर के लिए रवाना हुई। पालकी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला,खाती का मंदिर,सत्यनारायण मंदिर,ढाबा रोड़, टंकी चौक, छत्रीचौक होकर गोपाल मंदिर, पटनी बाजार,गुदरी, कोट मौहल्ला चौराहा होकर पुन: मंदिर पहुंची।

हरिहर मिलान हुआ गोपाल मंदिर पर

सोमवार को शहर में एक ओर जहां जन्माष्टमी महोत्सव की धूम थी वहीं दूसरी ओर बाबा महाकाल की सवारी निकली। पुराने शहर में खासी गहमागहमी देखने को मिली। जब पालकी गोपाल मंदिर पहुंची तो तत्कालिन सिंधिया रियासत की ओर से गोपाल मंदिर पर पालकी का पूजन,आरती परंपरानुसार की गई। इसी दौरान बाबा महाकाल की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के चलते बधाईयां दी गई। यह दृश्य आलोकिक था।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल / राजू विश्वकर्मा

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