हरिद्वार, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । साधुबेला आश्रम में श्रीमद् भागवत कथा संपन्न होने के पश्चात हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना की गई। एक सौ एक महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन कर बाबा बनखंडी महाराज की आरती की गई। इस दौरान संतों को गर्म वस्त्र, कंबल, जूते इत्यादि भेंट किए गए।
इस अवसर पर श्री बनखंडी साधुबेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि बाबा बनखंडी भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक दिन दुखी का दीनानाथ अवश्य कल्याण करते हैं। बाबा बनखंडी महाराज की कृपा से साधुबेला आश्रम की सभी शाखाएं सेवा के प्रकल्पों द्वारा समाज कल्याण के लिए कार्य कर रहीं हैं।
स्वामी बलराम मुनि महाराज ने कहा कि आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज अपने तप एवं विद्वत्ता के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का देश-विदेश में प्रचार प्रसार कर रहे हैं। साधुबेला आश्रम से जुड़े प्रत्येक श्रद्धालु भक्त को गरीब, असहाय, निर्धन लोगों की सेवा का संदेश समय-समय पर दिया जाता है। मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
महंत श्रवण मुनि महाराज ने कहा कि संतों का जीवन परमार्थ को समर्पित रहता है। संत समाज अपने भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हम सभी को अपने भीतर सेवा भाव को जागृत कर निराश्रितों के हित में कार्य करने चाहिए। गंगा तट पर किए गए सेवा कार्य से ईश्वर भी प्रसन्न होते हैं।
इस अवसर पर स्वामी बलराम मुनी, गोपाल अवस्थी, दीपा अवस्थी, राम शुक्ला, रवि दुबे, चित्रा दुबे, सुनीता तिवारी, राकेश तिवारी, निखिल चंदानी, बबीता चंदानी, गोपाल पुनेठा, विष्णु दत्त पुनेठा, इंदु पंडया, मयंक पंडया, आशुतोष शुक्ला, मयूरी शुक्ला, सुमेद दुबे, रश्मि दुबे, जेपी जुयाल विकास शर्मा, सोनू शर्मा, सुनील मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला