बेतिया, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम चंपारण के पंचायत भवन में 23 से 25 सितंबर तक कैंप लगाकर विशेष अभियान चलाते हुए लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसकी जानकारी नीरज कुमार, प्रभारी जिला कार्यक्रम समन्वयक (आयुष्मान भारत), पश्चिम चम्पारण ने दी है।
उन्होंने बताया कि पंचायत भवन पर कार्ड निर्माण के साथ ही अब बिना राशन कार्ड के भी आशा व आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका का आयुष्मान कार्ड निर्माण के लिए राज्य सरकार ने पत्र जारी किया है। उन्होंने बताया की प्रत्येक व्यक्ति के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाना बेहद जरुरी है।
राशनकार्ड धारी परिवार के प्रत्येक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनवाना है। आयुष्मान भारत (PM-JAY) मोबाइल एप्प से लाभार्थी अपना स्वयं का आयुष्मान कार्ड बना सकता है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्र लाभार्थियों का शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी पूरे देश के किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकते है।
नीरज कुमार ने बताया की जिले में कुल चिन्हित लाभार्थियों की संख्या 34 लाख है जिसमें अभी तक 9 लाख 45 हजार लाभुक का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। आयुष्मान कार्ड व्यक्तिगत है अर्थात परिवार के प्रत्येक सदस्य को अपना आयुष्मान कार्ड बनवाना है। जिले में प्रत्येक सीएससी सेंटर (डिजिटल सेवा केंद्र) से सम्पर्क किया जा सकता है। आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक नीरज कुमार ने बताया कि जिले के सभी सक्रिय राशन कार्डधारी परिवार जिनका राशन कार्ड मार्च 2024 के पहले बना हुआ है, उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। योजना के तहत लाभार्थी परिवार सूचीबद्ध सरकारी वा निजी अस्पताले में प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक कैशलेस इलाज करवा सकते है। इस कार्ड से मरीज अपनी सुविधा अनुसार पूरे देश में किसी भी शहर में अपना मुफ्त इलाज करवा सकता है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड एवं एक मोबाइल नंबर के साथ कॉमन सर्विस सेंटर या पंचायत भवन में केवाईसी करवाना होगा। सहायकों द्वारा पात्र लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिस लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड अभी तक नहीं बन पाया है, वो जल्द अपना आयुष्मान कार्ड बनवा ले ताकि भविष्य में जरूरत के समय योजना का लाभ ले पाएँ। आयुष्मान लाभार्थी देश के किसी भी सूचीबद्ध निजी व सरकारी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज करा सकते है। इस योजना के तहत लगभग सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज, जाँच, दवा, डॉक्टर परामर्श उपलब्ध है।
(Udaipur Kiran) / अमानुल हक