Uttar Pradesh

क्षय रोगियों के उपचार में आयुर्वेद का महत्वपूर्ण योगदान : डाॅ वंदना पाठक

क्षय रोगियों के उपचार में आयुर्वेद का महत्वपूर्ण योगदान

कानपुर, 24 मार्च (Udaipur Kiran) । छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस में ‘‘व्याख्यान एवं क्षय रोगियों को पोषण पोटली वितरण’’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो0 सुधीर कुमार अवस्थी ने किया। यह जानकारी सोमवार को विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्या डाॅ वंदना पाठक, वरिष्ठ वायुर्वेदाचार्य डाॅ निरंकार गोयल, कुलसचिव डाॅ अनिल कुमार यादव, जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रो० आनंद कुमार, संस्थान के निदेशक डाॅ मुनीश रस्तोगी, नोडल अधिकारी डाॅ वर्षा प्रसाद एवं सहायक नोडल अधिकारी डाॅ दिग्विजय शर्मा ने किया। मुख्य अतिथि डाॅ वंदना पाठक ने कहा कि क्षय रोगियों की पहचान किस प्रकार से की जानी चाहिए एवं इनके उपचार के लिये आयुर्वेद की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसके द्वारा क्षय रोगियों को ठीक किया जा सकता है। इसके साथ-साथ पोषण, दैनिक क्रियायें एवं योग पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।

विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो० सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि स्वस्थ्य होने के बाद भी नियमित जाँच सतर्कता के साथ जागरुक रहने की आवश्यकता है। क्षय रोग से संक्रमित हुए रोगियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है, जिसमें माइको-बैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया से अन्य लोगों की अपेक्षा इनके संक्रमित होने की सम्भावना बढ़ जाती है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ अनिल कुमार यादव ने बताया कि क्षय रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर अधिक ध्यान देने की आवष्यकता है जिससे कि समय से ही इस बारे में पता लगाकर सही रूप से उपचार किया जा सके।

जीएसवीएम मेडिकल कालेज के डिपार्टमेन्ट आफ रेस्पिरेटरी मेडिसिन के प्रोफेसर डाॅ आनंद कुमार ने मुख्य वक्ता के तौर पर बताया कि पिछले पच्चीस वर्षों से अधिक समय से हम टी०बी० दिवस मना रहे हैं। सभी समुदाय सरकार के साथ सहभागिता में मिलकर क्षय रोग की रोकथाम कर सकते हैं। संस्थान के निदेशक डाॅ मुनीश रस्तोगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि क्षय रोगियों को गोद लेने का अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है जिसके क्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने बढ़-चढ़ कर उत्साह पूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम नोडल अधिकारी डाॅ वर्षा प्रसाद एवं सहायक नोडल अधिकारी डाॅ दिग्विजय शर्मा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए 100 क्षयरोगियों को नियमित रूप से प्रत्येक माह पुष्टाहार पोटली का वितरण एवं उपचार के लिए प्रोत्साहन व भावनात्मक सहयोग दिया गया, जिसके फलस्वरूप अधिकतर क्षय रोगी अपना उपचार पूर्ण कर चुके हैं।

इस अवसर पर संस्थान के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और समाज में क्षय रोग के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए ‘ओरल प्रेजेन्टेशन एवं पोस्टर प्रस्तुतीकरण’ भी प्रस्तुत किया। इसमें प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार को प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुये उनको प्रोत्साहित किया गया। संचालन संस्थान की सहायक निदेशक डाॅ हिना वैश (पीटी) ने किया। इस अवसर पर संस्थान के सहायक निदेशक धीरज कुमार एवं शिक्षकगण डा0 चन्द्रशेखर कुमार (पीटी), डा0 नेहा शुक्ला (पीटी), डा0 आदर्ष कुमार श्रीवास्तव, डा0 आकांक्षा बाजपेयी (पीटी), डा0 उमेश मौर्या (पीटी), डा0 अनामिका दीक्षित, आमिना जैदी, डा० अल्का कटियार, मोहित कुमार, संतोष कुमार बाजपेई, विष्वदीप मिश्रा, दयाषंकर रस्तोगी आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

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