जम्मू, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर भारतीय सेना ने राजौरी के चसाना में एक जागरूकता वार्ता आयोजित की, जिसका उद्देश्य स्थानीय निवासियों को शांति को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में शिक्षित करना था। इस वर्ष के थीम पर्यटन और शांति के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे पर्यटन सांस्कृतिक विभाजन को पाट सकता है और विविध समुदायों के बीच आपसी समझ को बढ़ा सकता है।
चर्चा में स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए संभावित लाभों पर प्रकाश डालते हुए टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। भारतीय सेना ने पर्यटन को बढ़ावा देते हुए क्षेत्र की समृद्ध प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने समुदाय के सदस्यों को ऐसी पहलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जो आगंतुकों को आकर्षित कर सकें और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा दे सकें, जिससे चसाना को पर्यटन द्वारा प्रस्तुत आर्थिक अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिल सके।
1980 में अपनी स्थापना के बाद से विश्व पर्यटन दिवस ने सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक मूल्यों पर पर्यटन के सकारात्मक प्रभाव को प्रदर्शित करने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान किया है। यह जागरूकता वार्ता स्थानीय समुदायों को व्यापक पर्यटन कथा में एकीकृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, यह सुनिश्चित करते हुए कि पर्यटन के लाभ जमीनी स्तर तक पहुँचें।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा