
हरिद्वार, 28 मई (Udaipur Kiran) । गुरुकुल कांगड़ी विश्व विद्यालय में आयोजित प्रोफेशनल एथिक्स विषय पर जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए प्रो. तनु मित्तल ने कहा कि हम जिस संस्थान में कार्य करने के लिए नियुक्त हुए हैं उस संस्थान में पूर्ण मनोयोग से कार्य करना चाहिए।
पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करने का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण रामायण में हनुमान के रूप में देखने को मिलता है। जब हनुमान जी से समुद्र लांघते समय मेनाक पर्वत ने विश्राम करने के लिए कहा, तब हनुमान जी बोले राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम। अतः जिस कार्य को करने के लिए आपकी नियुक्ति हुई है वह कार्य इसी भाव से करना ही व्यावसायिक नैतिकता है। जो कमाया जा रहा है वह सुचितापूर्ण होना चाहिए। हम जिस प्रकार के कर्म करते हैं वही हमें लौटकर प्राप्त होता है। ईमानदारी, जवाबदेही पूर्ण मनोयोग से किया गया कार्य निश्चित ही सफलता का पर्याय है।
संयोजक डॉ राकेश भूटानी ने इस कहा कि कार्यक्रम विश्वविद्यालय में सभी शिक्षक एवं कर्मचारियों को अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदारी, जवाबदेही आदि गुणों का बोध कराने के लिए आयोजित किया गया है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विपुल शर्मा ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं कर्मचारियों में नैतिकता विद्यमान होने की वजह से ही गुरुकुल की ख्याति फैली हुई है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. ऊधम सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो वीके सिंह, प्रो. पंकज मदान, प्रो नमिता जोशी, प्रो कर्मजीत भाटिया, डॉ. राजकुमार भाटिया, डॉ. महेंद्र असवाल एवं डॉ. बबलू वेदालंकार, डॉ. भारत वेदालंकार, नॉन टीचिंग स्टाफ एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
