
सोनीपत, 20 मई (Udaipur Kiran) । गोहाना में सीटू की सभा के दौरान संगठन के वरिष्ठ नेता आनंद
शर्मा ने श्रमिकों के हितों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर
चिंता जताई। उन्होंने श्रम कानूनों के हनन और शिक्षाविदों पर हो रहे हमलों के विरुद्ध
तीव्र प्रतिक्रिया दी और आंदोलन का ऐलान किया।
सीटू के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को गोहाना के नेहरू पार्क
में आशा वर्करों की बैठक में कहा कि लेबर कोड को तुरंत रद्द किया जाए और सभी पुराने
श्रम कानूनों को पूरी सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने मांग की कि परियोजना वर्करों
और कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए तथा 26 हजार रुपये मासिक न्यूनतम वेतन निर्धारित
किया जाए। इन मांगों की अनदेखी पर उन्होंने नौ जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की चेतावनी
दी।
बैठक की अध्यक्षता सविता मलिक और संचालन अनीता ने किया। इस
मौके पर शर्मा ने अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी की
भी कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर की सोशल मीडिया टिप्पणी को
तोड़-मरोड़ कर साम्प्रदायिक रंग देकर एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
का दमन है। प्रोफेसर का व्यवहार, विचार और सामाजिक टिप्पणियां भारत की एकता, संविधान
और शांति की पैरवी करती हैं। उन्होंने मांग की कि प्रोफेसर अली खान को तुरंत रिहा किया
जाए और एफआईआर रद्द की जाए।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
