– अटल स्मृति में जगा लेखक गांव, प्रेरणा का नया केंद्र बना – अटल जी की प्रतिमा अनावरण के साथ 72 फीट ऊंचे तिरंगे ने बढ़ाया गौरव
देहरादून, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर थानो स्थित लेखक गांव में आयोजित भव्य कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर नालंदा पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन और 72 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज स्तंभ भी स्थापित किया गया।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस आयोजन को एक प्रेरणादायक पहल बताते हुए कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का विराट व्यक्तित्व और राष्ट्रहित में उनका योगदान पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि अटल जी ने हिंदी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई और उनकी स्मृति पर आधारित यह व्याख्यानमाला उनके विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अटल जी को याद करते हुए कहा कि एक कवि, लेखक और प्रधानमंत्री के रूप में अटल जी के विचारों और दूरदर्शिता ने देश को नई दिशा दी। उत्तराखंड के गठन का सपना उनके नेतृत्व में ही साकार हुआ। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज लेखक गांव में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। उन्होंने लेखक गांव की संकल्पना के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक का आभार व्यक्त किया।
लेखक गांव: साहित्य और कला का प्रेरणा स्थलमुख्यमंत्री ने लेखक गांव को साहित्य और कला के साधकों के लिए एक आदर्श स्थल बताया। उन्होंने कहा कि लेखक गांव अतीत, वर्तमान और भविष्य को एक मंच पर लाने का माध्यम बन गया है। यहां शुरू हुई अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति व्याख्यानमाला संवाद और चिंतन का महत्वपूर्ण मंच साबित होगी। पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि लेखक गांव की संकल्पना स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की साहित्य और साहित्यकारों के प्रति प्रेम और प्रतिबद्धता से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक सशक्त प्रयास है।
अटल जी के जीवन से जुड़े संस्मरणपद्म भूषण रजत शर्मा ने व्याख्यानमाला के दौरान स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से जुड़े संस्मरण साझा किए, जो दर्शकों को भावविभोर कर गए।कार्यक्रम में फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी मेजर जनरल (से.नि.) अशीम कोहली, स्पर्श हिमालय फाउंडेशन की निदेशक विदुषी निशंक, साहित्यकार डॉ. अरुण शर्मा, और डॉ. सविता मोहन आदि उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण