रायबरेली,04अक्टूबर (Udaipur Kiran) । संकल्प और इच्छाशक्ति के आगे कोई भी ऊंचाई मायने नहीं रखती है। यह बात एनटीपीसी ऊंचाहार के परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने 59 वर्ष की उम्र में साबित कर दी है।माउंट एवरेस्ट की दुर्गम चट्टानों को विजित करके ऊंचाहार एनटीपीसी के परियोजना प्रमुख ने पूरे देश के लिए अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया है।
59 वर्ष की आयु में जब लोग सामान्य कार्यों से भी बचने की सोचते हैं और कई तरह की चुनौती भारी पड़ती है,ऐसे में मनदीप छाबड़ा ने हिमालय की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अदम्य साहस और धैर्य का परिचय देते हुए यह विशेष उपलब्धि हासिल की है। खराब मौसम, बेमौसम बर्फबारी और लगातार बारिश के बावजूद परियोजना प्रमुख ने अपने मिशन को जारी रखा, जबकि उस समय एवरेस्ट की चढ़ाई के रास्ते बर्फबारी के कारण क्षतिग्रस्त हो चुके थे और संचार सेवाएं भी बाधित थीं।
एनटीपीसी ऊंचाहार के प्रमुख मनदीप छाबड़ा की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि वह न केवल अपने वर्तमान करियर में उच्च शिखर पर हैं बल्कि काम से इतर अपने बल पर दूसरों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। इस असाधारण उपलब्धि के साथ, श्री छाबड़ा ने न केवल एनटीपीसी ऊंचाहार बल्कि सम्पूर्ण एनटीपीसी का नाम रोशन किया है।
उनकी इस सफलता पर ऊंचाहार परियोजना के सभी विभागाध्यक्ष, यूनियन व एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित अन्य संस्थाओं ने उन्हें बधाई दी है। परियोजना प्रमुख मनदीप छाबड़ा ने भी इस सफलता का श्रेय एनटीपीसी परिवार की शुभकामनाओं और समर्थन को दिया है।उनकी इस प्रेरणादायक उपलब्धि ने एनटीपीसी परिवार के हर सदस्य को गौरवान्वित किया है और आने वाले समय में उनके साहस और संकल्प का उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / रजनीश पांडे