गाजा, 24 अप्रैल (Udaipur Kiran) । इजराइल द्वारा गाजा पट्टी में किए गए ताजा हवाई और जमीनी हमलों में कम से कम 28 लोगों की जान चली गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरने वालों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
इजराइल ने पिछले महीने हमास के साथ संघर्ष विराम तोड़ते हुए सैन्य अभियान को फिर से तेज कर दिया है। मार्च की शुरुआत से इजराइल ने गाजा में 20 लाख फिलिस्तीनियों की खाद्य और अन्य आवश्यक आपूर्ति को पूरी तरह रोक दिया है, ताकि हमास को बंधकों की रिहाई के लिए दबाव में लाया जा सके।
हमास का कहना है कि वह अब भी 59 बंधकों को रखे हुए है, जिनमें से 24 के जीवित होने की आशंका है। संगठन ने साफ कर दिया है कि वह बंधकों की रिहाई केवल फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई, स्थायी युद्धविराम और इजराइल की पूरी तरह वापसी की शर्तों पर ही करेगा। इजराइल का रुख इससे बिल्कुल विपरीत है, उसने हमास को पूरी तरह नष्ट करने की कसम खाई है।
यह युद्ध 07 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के नेतृत्व में लड़ाकों ने दक्षिणी इजराइल पर हमला करते हुए लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 251 लोगों को बंधक बना लिया था। अब तक अधिकांश बंधक विभिन्न युद्धविराम समझौतों और सौदों के तहत रिहा किए जा चुके हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी सैन्य अभियान में अब तक 51,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
वहीं, इजराइल का दावा है कि उसने करीब 20,000 हमास लड़ाकों को मारा है, लेकिन उसने इसका कोई सबूत सार्वजनिक नहीं किया है।
याद व शोहा पर इजराइल ने किया होलोकॉस्ट पीड़ितों को स्मरण
इस बीच, गुरुवार को इजराइल ने ‘यॉम हाशोआ’ (होलोकॉस्ट स्मृति दिवस) मनाया। सुबह 10 बजे पूरे देश में दो मिनट के लिए सायरन बजाया गया, लोग सड़क किनारे रुक गए और मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यरुशलम स्थित ‘याद व शेम’ होलोकॉस्ट स्मारक पर आधिकारिक में कहा था होलोकॉस्ट की मुख्य सीख यही है कि हम ईरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे। हम हमास को पूरी तरह नष्ट करेंगे और सभी बंधकों को वापस लाएंगे।
इस बयान के साथ इजराइली सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सैन्य दबाव कम नहीं होगा।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
