दरंग (असम), 05 अप्रैल (Udaipur Kiran) । असम सरकार द्वारा प्रथम बोहाग (असमिया नववर्ष) से सभी सरकारी कार्यालयों में असमिया भाषा के उपयोग को अनिवार्य करने के कैबिनेट निर्णय पर असम साहित्य सभा ने प्रसन्नता जाहिर की है।
दरंग जिला असम साहित्य सभा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम राज्य की भाषाई गरिमा और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करेगा। नए फैसले के अनुसार, प्रथम बोहाग से सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के साथ-साथ असमिया भाषा का भी उपयोग करना अनिवार्य होगा।
साहित्य सभा ने मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व शर्मा के इस फैसले की सराहना करते हुए यह भी मांग की कि सरकारी कार्यालयों के अलावा व्यावसायिक संस्थानों में भी असमिया भाषा में नामपट्ट (साइनबोर्ड) लगाना अनिवार्य किया जाए।
सभा ने इसे असमिया भाषा के संवर्द्धन और संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण कदम बताया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
