Madhya Pradesh

अशोकनगर: देश के कौने-कौने में बिखरे पॉलीटेक्निक के पूर्व तीन सौ छात्र एक मंच पर हुए एकत्रित

अशोकनगर: देश के कौने-कौने में बिखरे पॉलीटेक्निक के पूर्व तीन सौ छात्र एक मंच पर हुए एकत्रित

अशोकनगर, 16 नवम्बर (Udaipur Kiran) । पॉलीटेक्निक महाविद्यालय के पूर्व छात्र सम्मेलन में देश-विदेश में कार्यरत इंजीनियरों ने शामिल होकर महाविद्यालय से जुड़ी यादों को साझा किया। शनिवार को यहां पॉलीटिक्निक महाविद्यालय के निकट गार्डन में आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में परचम लहराते हुए महाविद्यालय का नाम रोशन करने वाले 300 इंजीनियरों ने भाग लेकर अपने अनुभवों को साझा किया।

सम्मेलन में महाविद्यालय के शुरुआती बैच से लेकर वर्तमान में कॉलेज से निकले विद्यार्थियों ने हिस्सा लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। वर्षों बाद मिले छात्र एक दूसरे से मिलकर खुशी से झूमने लगे। इस मिलन में अपनेपन की खुशबू के साथ ही दोस्ती की महक पूरे वातावरण में छाई रही।

उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश तकनीकी शिक्षा मंडल विभाग प्रमुख वीरेंद्र कुमार ने कहा कि पॉलीटेक्निक कॉलेज के लिए जो भी जरूरत होगी आप मुझे प्रपोजल भेजें और इस पर तुरंत कार्यवाही होगी। समारोह के प्रथम सत्र में अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह व पंकज दीक्षित की पेंटिंग्स भेंटकर किया गया। उदघाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि जल निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद रघुवंशी और दिल्ली मेट्रो के मुख्य अभियंता प्रवल रघुवंशी थे। इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ अभियंता और पॉलिटेक्निक अशोकनगर के पहले बैच (1967 ) के निकले श्याम सिंह रघुवंशी ने की।

कार्यक्रम में स्व.गया प्रसाद शर्मा के बेटे रंगकर्मी प्रमेंद्र शर्मा ने भी अपने विचार रखे। सत्र में डीएन नीखरा, विनय जैन, सरिता जैन और मृगेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार रखे। सत्र का संचालन राकेश शर्मा ने किया। सत्र की शुरुआत में एस के राजोरिया ने स्वागत भाषण दिया।

दूसरे सत्र में कॉलेज भ्रमण कर इंजीनियरों ने अपनी यादें ताजा करते हुए कहा कि हमने जिंदगी के महत्वपूर्ण और यादगार वर्ष इसी महाविद्यालय में गुजारे। परिचय सत्र के दौरान पता चला कि इस महाविद्यालय से निकले छात्रों ने ना सिर्फ इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के झंडे गाड़े। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर साहित्य, कला और उद्योग के क्षेत्र में भी महाविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया जिसमे पूर्व छात्रों ने जोरदार प्रस्तुतियां दीं।

तीसरा सत्र परिचय सत्र का रहा जिसमें दिल्ली महानगर पालिका के सेवा निवृत मुख्य अभियंता राजेश तनेजा तथा अधीक्षण यंत्री अतुल चतुर्वेदी मुख्य अतिथि थे। इस सत्र में सभी साथियों ने अपना परिचय दिया और उन्हें स्मृतिचिन्ह भेंट किए गए। इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ अभियंता भाले राव ने किया। सत्र का संचालन अभय जैन ने किया। अंतिम सत्र सांस्कृतिक सत्र था जो गायन पर केन्द्रित रहा जिसका संचालन और संयोजन राकेश चौबे और राजेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला।

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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार

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