अशोकनगर, 02 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । सुर्खियों में रहने वाले जिला अस्पताल के सर्जिकल विभाग में पदस्थ एक डॉक्टर अस्पताल से एक माह से अधिक समय से गायब है। अस्पताल से गायब होने वाले डॉक्टर को लेकर अन्य डॉक्टर एवं स्टाफ में तरह-तरह की चर्चायें व्याप्त हैं। वहीं उक्त डॉक्टर को लेकर सिविल सर्जन भी अपना स्पष्ट मत नहीं दे पा रहे हैं।
जिला अस्पताल में एक माह पूर्व मरीज के परिजनों से उपचार के लिए 6 हजार रुपये मांगने वाले डॉ.विकास सिंह फिर सुर्खियों में हैं। जिला अस्पताल में करीब तीन साल से सर्किल विभाग में पदस्थ डॉ.विकास सिंह के अस्पताल से गायब होने की जानकारी लगने पर जब पड़ताल की गई तो अपुष्ट रूप से तरह-तरह की चर्चायें निकलकर सामने आईं।
जब इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ.देवेश भार्गव से जानकारी चाही गई तो पहले उनका कहना कि डॉ.विकास सिंह दीपावली पूर्व से करीब एक माह से मेडिकल अवकाश पर हैं। जब उनसे सवाल किया गया कि किस तरह का मेडिकल अवकाश है और कितने समय तक है? इस सवाल पर फिर उनका कहना कि मेडिकल अवकाश नहीं बल्कि एक आवेदन है, आवेदन पर अवकाश पर हैं, जिस पर बीमारी विशेष का हवाला नहीं, जब वह वापिस आएंगे तब स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
जानकारी अनुसार जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ.विकास सिंह ग्वालियर के निवासी हैं। इस तरह से उनका अस्पताल से गायब होना संदेहस्पद स्थिति पैदा कर रहा है और जो अस्पताल में चर्चा का विषय है।
उपचार के नाम पर 6 हजार रुपये मांगने का मामला भी आया था सुर्खियों में
जिला अस्पताल से डॉ.विकास सिंह के गायब रहने के मामले के चंद दिनों पहले ही उनके द्वारा एक महिला मरीज के ऑपरेशन के लिए परिजनों से 6 हजार रुपये मांगने का मामला भी सुर्खियों में आया था और 2 हजार रुपये में लेनदेन का सौदा तय हुआ था। जिस पर विधायक हरिबाबू राय के प्रतिनिधि बलीसिंह द्वारा डॉ.विकास सिंह पर पैसे के लेनदेन के आरोप लगाए थे, जिसकी शिकायत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को की गई थी। उक्त मामले की जांच के लिए अपर कलेक्टर, एसडीओपी, टीआई आदि दल-बल के साथ अस्पताल पहुंचे थे पर मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार