अशोकनगर, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । शासकीय उचित मूल्य दुकानों में घपले-घोटालों के तरह-तरह के मामले अभी तक सामने आते रहे हैं। बीते दिनों लक्ष्मी स्वसहायता समूह के विरुद्ध हुई जांच में 100 क्विंटल राशन कम पाये जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत पुलिस में एक प्रकरण दर्ज कराया गया था।
उक्त मामले में अब एक हैरानी पूर्ण वाकिया सामने आया है।
दर असल खाद्य विभाग द्वारा पुलिस में ग्राम धतुरिया स्थित लक्ष्मी स्वसहायता समूह की उचित मूल्य दुकान के जिस सेल्समैन बैशाली अहिरवार के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया था। बैशाली के पिता रंजीत सिंह ने मंगलवार को जन सुनवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह सिकरवार को आवेदन देते हुए बैशाली के नाना गोबरर्धन मोरोलिया के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उनकी पुत्री बीएसएसी प्रथम वर्ष की छात्रा है, उसे असत्य रूप से मुल्जिम बनाया गया है। बैशाली के पिता ने अपने ही ससुर पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की है कि बैशाली के नाना ग्राम धतुरिया में रहते हैं जिनके द्वारा उनकी पुत्री का आधार कार्ड व अंकसूची कम्प्यूटर की कक्षा के लिए मांगी गईं थी।
बाद में उन्हें पता चला कि उक्त कागजातों के आधार पर उनकी पुत्री को उसके नाना द्वारा लक्ष्मी स्वसहायता समूह उचित मूल्य दुकान का सेल्समैन बना दिया गया।
अब सेल्समैन बनी पुत्री के पिता ने पुत्री के नाना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस दिनांक 25 जून 2023 को सेल्समैन बनाया गया उस वक्त उनकी पुत्री नाबालिग थी और उसके द्वारा कभी अनाज वितरण ही नहीं किया गया। आरोप लगाते हुए कहा गया कि बैशाली के नाना ने फर्जी रूप से उसे सेल्समैन बनाया, उसके साथ नाना द्वारा धोखा किया गया है।
उचित मूल्य दुकान की सेल्समैन बनी बैशाली और उसके पिता ने अपने ससुर के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने और बैशाली का नाम आरोपी से निकालने की मांग पुलिस से की है। फिलहाल प्रकरण पुलिस ने जांच में लिया है।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार