
अशोकनगर,26 मई (Udaipur Kiran) । जिले के विकासखण्ड ईसागढ़ के ग्राम नरसूखेडी निवासी सुनीता सालुंके ने बैष्णवी आजीविका स्व सहायता समूह से जुडक़र पीको फॉल सेन्टर एवं जनरल स्टोर हेतु रोजगार स्थापित कर महिला सशक्तिकरण के लिए कदम बढाते हुए आत्मनिर्भर बन रही हैं।
सुनीता सालुंके दीदी ने हिस को बताया कि उनके परिवार मे एक बेटा और पति सहित कुल तीन सदस्य है। जैसा कि गांव के सामाजिक परिवेश में महिलाओं को चाहे वह शिक्षित हो या अशिक्षित वह बिना अनुमति अपने घर से बाहर नहीं निकल सकती हैंं, ऐसा ही सुनीता दीदी के साथ होता था वह शिक्षित होने के बाद भी पूर्ण रूप से अपने पति पर आश्रित थींं। वह स्वयं कुछ करना चाहती थीं, पर सामाजिक परिवेश के कारण उन्हे यह अनुमति नही थी, वह अपनी योग्यता अनुसार कुछ कार्य कर सकें। यही कारण था कि घर मे कमाने वाला एक ही व्यक्ति और खर्च अनेक प्रकार के होने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।
वर्तमान समय में सुनीता दीदी की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति अच्छी है। उनके द्वारा बताया गया कि हमारे ग्राम नरसूखेड़ी में मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन वि.खं. ईसागढ़ से अधिकारी-कर्मचारीगण आये। उन्होंने गांव की सभी महिलाओं को एकत्रित किया। जिसमें सभी समुदाय की दीदीयां उपस्थित थी।
उसके बाद उनके द्वारा समूहों के बारे मे विस्तार से समझाया गया और बताया गया कि किस प्रकार आप समूह निर्माण कर और उसके माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते हैं और अपनी स्वयं की एवं परिवार एक पहचान समाज के भीतर बना सकते हैं। यह सभी बाते सुनकर सुनीता दीदी ने एक समूह बनाने का निर्णय लिया और अगले दिन ही अपने पड़ोस की दीदियों को एकत्रित कर 15 सदस्यों को जोड़ कर एक समूह बना लिया गया। देखते ही देखते ग्राम नरसूखेड़ी में समूहों का निर्माण होने लगा। आज वर्तमान में ग्राम नरसूखेड़ी मे कुल 11 समूह है और ग्राम संगठन भी बन चुका है।
सुनीता दीदी पहले से इ़च्छा रही की वह सिलाई का कार्य करें। संसाधनों की कमी के करण वह यह कार्य नहीं कर सकीं। अब वह समूह से जुड़ चुकी थीं और उनका समूह भी इतना शसक्त बन चुका था की वह अपने समूह सदस्यों को आर्थिक सहायता दे सकें। इसी के चलते सुनीता दीदी ने स्वांलम्बी बनने के लिए समूह को जब 120000 का लोन लिया। जिसमें से दीदी के द्वारा 35000 रूपये का ऋण लिया और इस राशि से इन्होंने जनरल स्टोर का सामान खरीदा। सुनीता दीदी ने पीकोफॉल मशीन खरीदी और इनके पास पहले से सिलाई मशीन उपलब्ध थी। आज सुनीता दीदी सिलाई के साथ ही पीको फॉल का कार्य भी करती हैं और जनरल स्टोर से विभिन्न प्रकार का समान भी विक्रय करती हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
